कुचाई: प्रखंड संसाधन केन्द्र में गुरुवार को राष्ट्रीय अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम व राष्ट्रीय बाल सुरक्षा अभियान के तहत नेत्र जांच प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें प्रखंड के सभी मध्य विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय के सहायक शिक्षको ने भाग लिया. जहां से प्रशिक्षित नोडल शिक्षकों द्वारा अपने- अपने स्कूल में बच्चों का स्क्रीनिंग करना है. इसके लिए सभी को प्रशिक्षित किया जा रहा है.
प्रशिक्षकों द्वारा शिक्षकों को चार्ट के माध्यम से दृष्टि दोष पहचान की विस्तार से जानकारी दी गयी. स्कूल स्तर पर भरे जाने वाले फॉर्म के बारे में भी बताया गया. कहा कि दृष्टि दोष से संबंधित बच्चों को संकुल स्तर पर नेत्र जांच करायी जायेगी. शिक्षकों को बताया गया कि मोतियाबिंद अथवा गंभीर नेत्र रोग से ग्रसित बच्चों को चिकित्सीय परामर्श के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेजना सुनिश्चित करें. प्रारंभिक नेत्र जांच में कमजोर नेत्र दृष्टि पाये जाने वाले विद्यार्थियों की जांच संकुल स्तर पर की जायेगी. नेत्र विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा सत्यापन जांच किए जाएंगे एवं दृष्टि दोष से भ्रमित पाए जाने वाले विद्यार्थियों को जिला अंधापन नियंत्रण समिति सरायकेला- खरसावां द्वारा निःशुल्क चश्मा उपलब्ध कराया जाएगा.
विदित हो कि राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम एवं अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत 10 जुलाई से नेत्र जांच अभियान पूरे जिले में शुरू हो गई है, जो पूरे जुलाई माह नियमित रूप से संचालित रहेगी. कार्यक्रम के तहत अध्यनरत विद्यार्थियों को दृष्टिहीनता से बचाना प्रमुख लक्ष्य है. दृष्टिहीनता के कारण विद्यार्थी अपने संपूर्ण प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं कर पाते है. वैसे विद्यार्थियों के लिए यह कार्यक्रम काफी कारगर साबित होगी. शिक्षकों के प्रशिक्षण में नेत्र सहायक सीताराम महतो एवं फिजियोथैरेपिस्ट आदित्य कुमार नापित ने प्रशिक्षक की भूमिका निभाई.