सरायकेला/ Bipin Varshney रविवार को थाना क्षेत्र के कोलाबीरा ओपी अंतर्गत सरकारी लाइसेंसी शराब दुकान में स्कार्पियो संख्या JH05DL- 0017 से नकली शराब लेकर पहुंचे एजेंसी के अधिकारियों की गुंडई उस उक्त पकड़ी गई जब वे नकली शराब को जबरन दुकान में घुसाकर दुकान के कर्मियों के साथ मारपीट करने लगे.
मारपीट करनेवालों में कौशल चौधरी, बादल यादव और सौरव गुलाटी के साथ अन्य चार- पांच लोग शामिल थे. इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीण एकजुट हो गए जिसके बाद सभी मौके भाग निकले.
इधर सूचना मिलते ही दुकान का मैनेजर अमन मौके पर पहुंचा. जिसे ग्रामीणों ने बंधक बना लिया और उससे पूछताछ करने लगे. मैनेजर ने बताया कि वह यहां रजिस्टर के आधार पर स्टॉक मिलान करने पहुंचा है. इधर ग्रामीणों ने मारपीट करने वालों के संबंध में उससे पूछताछ की तो उसने अभिज्ञता जाहिर की. हालांकि स्टॉक के आधार पर रजिस्टर में एंट्री सही पाया. वहीं दुकान के कर्मियों ने बताया कि आए दिन एजेंसी वाले जबरन दुकान में अपने साथ खाली बोतल या आधे भरी शराब की बोतल लेकर पहुंचते हैं और डरा- धमका कर उनसे कमीशन के रूप में पैसे मांगते हैं. नहीं देने पर उनके साथ मारपीट की जाती है. ऐसा जिले के सभी दुकानों के कर्मचारियों के साथ होता है. वहीं मामले की सूचना मिलते ही उत्पाद विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए है. बताया जाता है कि सरकारी शराब के दुकानों में मैन पावर की सप्लाई करने वाले एजेंसी के अधिकारियों द्वारा कर्मियों से जबरन सेल का तीन प्रतिशत कमीशन लिया जाता है. नहीं देने पर उन्हें काम से हटा दिया जाता है, या झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जाती है. यही वजह है कि शराब दुकानों में काम करने वाले कर्मी मजबूरन ग्राहकों से तय दर से अधिक कीमत वसूलते हैं. समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण मैनेजर को बंधक बनाए रखे हैं. ग्रामीणों की मांग है कि जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी जब तक घटनास्थल पर नहीं आते हैं उसे नहीं छोड़ा जाएगा.