आदित्यपुर: बीजेपी मिशन 2024 के तैयारी में जी जान से जुटी है. प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी संकल्प यात्रा के जरिए सूबे में घूम- घूमकर बीजेपी के बिखरे कुनबे को जगाने में जुटे हैं. इस दौरान मरांडी भाजपाइयों में जान फूंकने से लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर हमले का कोई अवसर नहीं चूक रहे हैं.
इसी कड़ी में सोमवार को मरांडी का संकल्प यात्रा कार्यक्रम सरायकेला में होना है. जहां राजनगर में प्रस्तावित जनसभा को सफल बनाने में बीजेपी कार्यकर्ता पूरे जोश से जुटे हैं. जिले के सभी प्रमुख चौक- चौराहे संकल्प यात्रा के पोस्टर से पट चुके हैं. पोस्टर में प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया गया है. इसको लेकर भाजपाइयों में रोष है. इसी रोष का परिणाम शनिवार को देखा गया.
जहां आदित्यपुर चुना भट्ठा के समीप लगे पोस्टर को किसी ने फाड़ दिया. हालांकि पोस्टर को किसने फाड़ा, ये बताने की आवश्यकता नहीं है, मगर भाजपा के पोस्टर को फाड़ने की गुस्ताखी कौन कर सकता है सिवाय भाजपाइयों के !
देखिये विवादित पोस्टर
देखिये फटा हुआ पोस्टर
दरअसल पोस्टर में विवाद का कारण प्रोटोकॉल बताया जा रहा है. वैसे इसपर खुलकर बोलने कोई भाजपाई सामने नहीं आया. अंदरखाने की अगर माने तो पोस्टर में भाजपा नेता रमेश हांसदा के साथ विशु महतो के तस्वीर को प्रमुखता दी गयी थी. विशु महतो न तो जिला कार्यकारिणी में किसी पद पर हैं न ही मंडल में. ऐसे में भाजपाई इतने बड़े पोस्टर पर विशु महतो को कैसे पचा पाते यही वजह है कि रात के अंधेरे में खेला कर दिया गया.
वैसे रमेश हांसदा विधायक बनने का सपना संजोए झामुमो छोड़ भाजपा में आए और पिछले विधानसभा चुनाव से ही लगे हुए हैं, मगर इस प्रकरण से साफ हो गया है, कि बीजेपी का कुनबा उन्हें पसंद नहीं कर रहा है. वैसे ये सब तो भविष्य की संभावनाएं हैं. बहरहाल इस पोस्टर विवाद के बाद मरांडी का संकल्प यात्रा कितना सफल होता है, ये देखना दिलचस्प होगा.