खरसावां : खरसावां पंचायत सचिवालय में शनिवार को जनजातीय वैद्य संघ के गठन को लेकर बैठक हुई. बैठक में आयुर्वेदिक चिकत्सा पद्धति के प्रचार प्रसार, हर्बल गार्डन का निर्माण, एवं वैध संघ का गठन एवं नामकरण विस्तृत रूप से चर्चा की गई. बैठक में पिरामल स्वास्थ्य के कोल्हान प्रमंडल प्रमुख नवीन कुमार सिंह की उपस्थिति में सर्वसम्मति से संघ का गठन करते हुए वीरेंद्र नायक को संघ को अध्यक्ष एवं बबलू कराई को सचिव मनोनीत किया गया.
मौके पर श्री सिंह ने कहा कि परंपरागत चिकित्सा पद्धति की पुरानी कार्य प्रणाली काफी बेहतर है. पारम्परिक चिकित्सा कई मानव पीढ़ियों द्वारा विकसित वे ज्ञान प्रणालियां होती हैं, जिनके प्रयोग से आधुनिक चिकित्सा प्रणाली से भिन्न तरीके से शारीरिक व मानसिक रोगों की पहचान, रोकथाम, निवारण और इलाज किया जाता रहा है. श्री सिंह ने कहा कि इस परंपरागत चिकित्सा पद्धति का प्रचार प्रसार अधिक से अधिक होना चाहिए और चिकित्सकों को प्रति माह एक निश्चित कमाई भी होनी चाहिए. जिससे की उन्हे अपने परिवार के भरण पोषण के लिए कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े.
पिरामल स्वास्थ्य से अनामयरू आदिवासी स्वास्थ्य सहयोग कार्यक्रम के जिला समन्वयक अंशुमान कुमार झा ने कहा कि आयुर्वेद के माध्यम से जटिल से जटिल रोगों का उपचार संभव है. इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने की आवश्यकता है. जबकि खरसावां पंचायत की मुखिया सुनीता तापे एव पंचायत सचिव मानिक चंद्र महतो ने आयुर्वेदिक पारंपरिक चिकित्सक संघ बनाने पर हार्दिक बधाइयां देते हुए कहा कि पिरामल स्वास्थ्य के द्वारा किया जा रहा है यह प्रयास काफी सराहनीय है. उम्मीद है कि इस तरह किस संघ के गठन से आयुर्वेदिक पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को समाज में उचित सम्मान दिलाने में लाभदायक होगा.
बैठक निर्णय लिया गया कि जनजातीय वैद्य संघ का मासिक बैठक प्रत्येक माह के चौथे गुरुवार को होगा. इस बैठक में मुख्य रूप से प्रमंडल के प्रमुख नवीन कुमार सिंह, जिला समन्वयक अंशुमान कुमार झा, खरसावां मुखिया सुनीता तापे, पंचायत सचिव मानिक चंद्र महतो, पिंटू नायक , रैना सरदार , वीरेंद्र नायक, निरंजन हॉसदा, रूबीन हॉसदा, मोटाई हो आदि उपस्थित थे.