National Desk भाजपा के अंदरखाने में सबकुछ ठीक ठाक चल रहा है ऐसा लगता नहीं है. पार्टी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी और बीजेपी की सचिव पंकजा मुंडे ने बुधवार को अपनी ही पार्टी को लेकर खुलकर नाराजगी जाहिर की है. जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं है.
दरअसल दिल्ली में भाजपा की सहयोगी दल राष्ट्रीय समाज पक्ष के कार्यक्रम में पंकजा मुंडे ने कहा, ‘मैं किसी चीज से नहीं डरती. डरना हमारे खून में नहीं है. अगर कुछ नहीं मिला तो मैं खेत में गन्ना काटने जाउंगी. मुझे स्वार्थ, आशा और इच्छा नहीं है. मैं बीजेपी की हूं, लेकिन बीजेपी मेरी थोड़ी है. बीजेपी एक बड़ी पार्टी है.’
अहिल्यादेवी होलकर की जयंती के मौके पर दिल्ली में राष्ट्रीय समाज पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पंकजा मुंडे ने यह बात कही.
बता दें कि राष्ट्रीय समाज पक्ष देवेंद्र फडणवीस सरकार में सत्ता में शामिल थी. पार्टी के मुखिया महादेव जानकर कैबिनेट मंत्री भी बने थे. अब यही जानकर खुद को पंकजा का भाई बताकर कह रहे हैं कि पंकजा सीएम होंगी, लेकिन समाज का भला नहीं होगा, क्योंकि वो जिस पार्टी में है उस पार्टी में रिमोट किसी और के पास होगा. यानी जानकर भी चाहते हैं कि पंकजा महाराष्ट्र की पहली महिला सीएम बनें, लेकिन मौजूदा पार्टी से नहीं.
जाने पंकजा मुंडे के नाराजगी की वजह
पंकजा मुंडे के स्वामित्व वाली एक चीनी फैक्ट्री पर 14 अप्रैल, 2023 को माल एवं सेवा कर (GST) के अधिकारियों ने छापा मारा. यह छापा कथित रूप से जीएसटी चोरी को लेकर था. जीएसटी अधिकारियों की छापेमारी के बाद पंकजा मुंडे ने कहा, ‘मैंने जीएसटी अधिकारियों से बात की. मैंने उनसे पूछा कि अचानक से ऐसा कदम क्यों उठाया गया. उनका जवाब था कि ऊपर से एक आदेश था.’ छापेमारी के बाद उद्धव की शिवसेना पंकजा की मदद के लिए आगे आई थी और आरोप लगाया गया था कि पंकजा को परेशान करने के लिए यह कदम उठाया गया है. संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी के जो अच्छे दिन आये हैं वो गोपीनाथ मुंडे की देन है. पंकजा को परिणामों की चिंता किए बगैर फैसला लेना चाहिए तो ही अस्तित्व बचा रहेगा.