आदित्यपुर (Sumeet Singh) आदित्यपुर थाने का निजी चालक बबलू वर्मा इन दिनों भाजपा नेता सह आदित्यपुर नगर निगम वार्ड 20 के पार्षद पुत्र सावन गुप्ता के निशाने पर है. सावन गुप्ता ने बबलू वर्मा पर थाने का रौब दिखाकर रंगदारी और भयादोहन करने जैसे संगीन आरोप लगाए हैं. इस संबंध में सावन ने एसपी व डीआईजी को पत्र लिखकर बबलू की शिकायत की है.
बबलू ने सावन पर लगाया छवि खराब करने का आरोप
इधर खुद पर लगे आरोपों को बबलू ने सिरे से खारिज करते हुए सावन गुप्ता पर छवि खराब करने का आरोप लगाया है. बबलू ने कहा वह थाने का नियमित निजी चालक नहीं है, बल्कि जब भी उसे काम के लिए बुलाया जाता है, वह दिहाड़ी मजदूरी के तौर पर काम करता है, जिससे उसका और उसके परिवार का भरण पोषण चलता है. पार्षद पुत्र ने उस पर जो भी आरोप लगाए हैं उससे दूर- दूर तक कोई लेना-देना नहीं.
रिश्तेदारों की वजह से मुझे किया जा रहा टारगेट
बबलू ने यह भी बताया कि उसके रिश्तेदार का नाम आपराधिक मामलों में शामिल हैं, इसमें उसकी क्या गलती है. वह ड्राइवरी कर अपना और अपने परिवार का भरण- पोषण कर रहा है, जो पार्षद पुत्र को रास नहीं आ रहा है. उसने बताया कि मैं एक गरीब इंसान हूं इसी वजह से मुझे निशान बनाया जा रहा है.
मीडिया से अपील
बबलू ने मीडियाकर्मियों से निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट बनाने की गुजारिश की है. उसने कहा कि तथ्यों को तोड़- मरोड़कर लिखने से उसकी छवि खराब होगी और उसका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा. उसके कमाई से उसका परिवार चलता है, भ्रामक खबरों से उसे काम नहीं मिलेगा और वह रोड पर आ जायेगा.
सुनें बबलू ने क्या कहा
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क्या है असल वजह
दरअसल बबलू वर्मा का बहन बहनोई और भगिना एक हत्या के आरोप में सलाखों के पीछे हैं. जिस युवक के हत्या का आरोप बबलू के रिश्तेदारों पर लगे हैं वह पार्षद परिवार का करीबी था. पूर्व में पार्षद का भतीजा बबलू की बहन के घर में तोड़फोड़ मामले में जेल जा चुका था. उसी रंजिश में बबलू के भांजों ने युवक की हत्या करवाई थी, हालांकि हत्या में नामजद बबलू के सभी रिश्तेदार सलाखों के पीछे जा चुके हैं. सावन को लगता है कि बबलू थाने का करीबी है इस वजह से वह केस को प्रभावित कर सकता है इसी वजह से उसने बबलू की शिकायत की है. इससे पूर्व बबलू थाने का नियमित निजी चालक हुआ करता था. हत्या में बबलू के रिश्तेदारों का नाम आते ही थानेदार ने उसे काम से हटा दिया था. अब बबलू दिहाड़ी चालक के रूप में काम कर रहा है. पुलिस टीम को कहीं बाहर जाना होता है तो बतौर चालक उसे हायर किया जाता है. भयादोहन की शिकायत इससे पूर्व बबलू के खिलाफ किसी ने नहीं की है.
क्या कहते हैं थानेदार
इस बावत पूछे जाने पर थाना प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि बबलू पूर्व से ही आदित्यपुर थाने में निजी चालक के रूप में कार्यरत था. मेरे आने के बाद हत्या के एक मामले में उसके रिश्तेदार का नाम आते ही उसे हटा दिया गया, उससे अब दिहाड़ी चालक का काम कभी- कभी लिया जाता है. हत्या के सभी नामजद न्यायिक अभिरक्षा में हैं. बबलू की शिकायत वरीय अधिकारियों से की गई है, यदि सत्य पाया गया तो बबलू के खिलाफ करवाई की जाएगी, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है.