सरायकेला: 13 वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर बुधवार को सरायकेला टाउन हॉल सभागार में कार्यशाला सह मतदाता शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में शामिल बतौर मुख्य अतिथि जिले के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार ने शिरकत की और मतदाताओं एवं पदाधिकारियों को शपथ दिलाई.
इस दौरान नए मतदाताओं को मतदाता पहचान पत्र प्रदान किया गया. साथ ही मतदाता पुनरीक्षण कार्य में बेहतर कार्य करने वाले जिले के सभी प्रखंड के बीएलओ, आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपायुक्त सह निर्वाचन पदाधिकारी अरवा राजकमल, डीडीसी प्रवीण कुमार गागराई, एडीसी सुबोध कुमार, परियोजना निदेशक आईटीडीए संदीप कुमार दोराईबुरु, चांडिल एसडीओ रंजीत लोहरा सहित सभी प्रखंडों के बीडीओ एवं सीओ मौजूद रहे.
वहीं अपने संबोधन में उपायुक्त अरवा राजकमल ने जिले वासियों को 13 वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए जिले के तमाम पदाधिकारियों के कार्यों की सराहना की. खासकर सरायकेला एसडीओ राम कृष्ण कुमार की उपलब्धियों की भी सराहना की. बता दें कि रामकृष्ण कुमार को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया है.
सम्मानित करते
उपायुक्त ने एसडीओ रामकृष्ण कुमार के उपलब्धि के पीछे जिले के तमाम कर्मियों के प्रयासों की भी सराहना की. उन्होंने कहा लोकतंत्र के लिए मतदान काफी अनिवार्य है. उन्होंने मजबूत लोकतंत्र के लिए सभी से मताधिकार का प्रयोग की अपील की. वहीं उपायुक्त ने बताया कि मतदाता पहचान पत्र बनाना और इसमें सुधार करना बेहद ही सरल और आसान है. आधार कार्ड की तरह इसमें पेचीदगियां नहीं है. उपायुक्त ने नए मतदाताओं को जोड़ने हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिले के तीनों विधानसभा के बीएलओ एवं एआरओ के प्रयासों की सराहना की. वहीं उपायुक्त ने मतदाता पहचान पत्र को आधार से लिंक कराने के कार्य में तेजी लाने की अपील की.
वहीं अपने संबोधन में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए निर्भीक होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने और वैसे मतदाता जिनकी उम्र 18 वर्ष हो चुकी है, उनसे मतदाता पहचान पत्र बनाने की अपील की, ताकि लोकतंत्र की मजबूती में वे अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें. कार्यक्रम को एडीसी सुबोध कुमार ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक के जरिए मताधिकार का प्रयोग एवं लोकतंत्र में मतदान की अहमियत से संबंधित जानकारी दी गई.