गया (Pradeep Kumar Singh) भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि बोधगया स्थित भूटान बौद्ध मोनेस्ट्री में 3 दिनों तक चलने वाला विशेष फेस्टिवल आज से शुरू हो गया है. जिसके तहत भूटान से आए कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य और संगीत की शानदार प्रस्तुति दी. जिसे देखने के लिए कई देशों के बौद्ध श्रद्धालु यहां पर उपस्थित रहे.
मालूम हो कि प्रतिवर्ष नववर्ष के आगमन पर यहां के भूटान मोनेस्ट्री में इस तरह का त्यौहार मनाया जाता है. जिस में शामिल होने के लिए भूटान सहित विभिन्न देशों के बौद्ध श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. इस बार यहां परम पावन दलाई लामा जी भी प्रवास कर रहे हैं. जिसके कारण इन दिनों बोधगया में विदेशी श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी हुई है.
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भूटान बौद्ध मॉनेस्ट्री के जेनरल सेक्रेटरी भंते सोनम दोरजी ने बताया कि भूटान की परंपरा है कि नववर्ष के आगमन पर इस तरह के त्योहारों का आयोजन किया जाता है. मान्यता है कि पारंपरिक इस नृत्य और संगीत से शांति मिलती है. साथ ही बुरी आत्माओं से मुक्ति भी प्राप्त होती है. विशेषकर मास्क पहनकर यह नृत्य किया जाता है. विश्व शांति के लिए विशेष पूजा के बाद इस तरह का नृत्य व संगीत का आयोजन किया जाता है. यह कार्यक्रम लगातार तीन दिनों तक चलने वाला है. ऐसा माना जाता है कि हमारे आस-पास बुरी आत्माएं भी रहती हैं, जो लोगों को अशांत करती हैं. बुरी आत्माओं को दूर करने के लिए और शत्रु पर पराजय करने के उद्देश्य से यह मास्क नित्य किया जाता है. भूटान देश में इस नृत्य का बहुत ही महत्व है. इस नृत्य में भूटान की संस्कृति देखने को मिलती है. यह परंपरा वर्षों पुरानी है, जिसका निर्वहन आज भी किया जा रहा है.
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सोनम दोरजे (जेनरल सेक्रेटरी- भूटान बौद्ध मठ, बोधगया)