औरंगाबाद (दीनानाथ मौआर) एक तरफ बिहार के विकास पुरुष कहे जाने वाले सूबे के मुखिया नितीश कुमार जो बिहार के विकास के लिए हर संभव प्रयासरत हैं. वहीं सरकार के मुलाजिम लगातार योजनाओं की पैसे का बंदरबांट करने में जुटे हुए हैं. यहां हम बात करते हैं औरंगाबाद जिले के इकलौता सदर अस्पताल की, जिसे मॉडल हॉस्पिटल का दर्जा प्राप्त है. जहां अस्पताल के नाले और गलियारे की ढलाई का कार्य चल रहा है जिसमें घोर अनियमिता बरती जा रही है.
जब इसकी जानकारी कुछ मिडिया कर्मी को लगी वे तो इसका जायजा लेने सदर अस्पताल पहुंचे. जहां हो रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण कर काम कर रहे मजदूरों से बात किया जिससे चौंकानेवाला खुलासा हुआ है.
मजदूरों के अनुसार ढलाई में आठ एक का मसाला दिया जा रहा है, जबकि मानक के सम्बंध में पूछे जाने पर अस्पताल प्रबंधन से लेकर सम्बंधित विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली. किसी ने यह बताना जरूरी नहीं समझा कि ढलाई के लिए क्या मानक तय है. अब भगवान की मालिक है ऐसे विकास का और निर्माणधीन कार्य के गुणवत्ता का. इस संबध में जब स्थानीय मीडियाकर्मी ने औरंगाबाद जिला परिषद सदस्य अनिल यादव से जानना चाहा तो उन्होंने क्या कहा जरा आप भी सुन लें