जमशेदपुर (Rajan)
करमा पर्व के दूसरे दिन बुधवार को करम डाल का विसर्जन किया गया. इस अवसर पर भालूबासा से निकली शोभायात्रा में झारखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले शामिल हुए. शोभायात्रा में मुख्यतः मुंडा समाज, तुरी समाज, भूईंया समाज, उरांव समाज की सहभागिता रही. इससे पहले करम डाल की विधिवत पूजा अर्चना उपवास पर रहीं युवतियां- महिलाओं ने की.
शोभा यात्रा के लिए निकले लोग पारंपरिक गीतों पर नृत्य करते दिखे. आदिवासी बालिकाओं ने करम करम कहले आयो, करम का दिन कैसे आवे, अषाढ़- सावन बीत गेला रे…समेत अन्य गीतों पर नृत्य पेश कर समा बांध दिया.
इस मौके पर अमरप्रीत सिंह काले ने उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि- करमा पूजा एकता और भाईचारगी के साथ जीवन जीने की सीख देता है. सभी वर्गों को मिलजुल कर अपनी-अपनी संस्कृति, संस्कारों को अक्षुण रखने का संदेश देता है. वर्तमान परिपेक्ष्य में करमा पर्व की महत्ता ज्यादा है. आज समाज में द्वेष काफी बढ़ गया है. सामूहिकता का भाव घटता जा रहा है. समाज की चिंता के बजाय खुद की तरक्की व आयोजन हावी है. इसका समाज में नकारात्मक भाव पैदा हो रहा है. समाज के बुद्धिजीवियों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. हमारी संस्कृति कैसे पल्लवति हो इसका भी ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने करमा पूजा पर सामूहिकता, सौहार्द्र और समाज हित को सर्वोपरी रखकर जीवन जीने का संकल्प लेने का अनुरोध किया.
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