रांची: झारखंड के लिए शर्मसार कर देने वाला प्रकरण सामने आया है. जहां उप राजधानी दुमका की बेटी अंकिता ने इलाज के दौरान राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में अंततः दम तोड़ दिया.
आपको बता दें कि पिछले दिनों एक तरफा प्यार के चक्कर में सलमान नामक युवक ने 12वीं की छात्रा अंकिता पर पेट्रोल डालकर उसे जलाने का प्रयास किया था. आनन- फानन में अंकिता को पहले दुमका स्थित फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया गया.
मानवता को शर्मसार कर देने वाली इस घटना से पूरा झारखंड स्तब्ध है, मगर झारखंड के सियासतदानों को देखिए सत्ता बचाने के चक्कर में राज्य के माननीयों ने अंकिता का सुध लेना भी जरूरी नहीं समझा. मुख्यमंत्री खुद दुमका क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं मगर सत्ता पक्ष के एक भी विधायक या मंत्री ने अंकिता का सुध नहीं लिया. अंततः अंकिता ने तड़प तड़प कर रिम्स में दम तोड़ दिया. यदि समय रहते उसे बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई जाती तो, शायद अंकिता की जान बच सकती थी. लोग यह भी कहते सुने जा रहे हैं कि राज्य के शिक्षा मंत्री को एअरलिफ्ट कराकर सरकार ने उन्हें बेहतर इलाज कराया मगर एक बेटी के साथ अमानवीय घटना घटी उसकी सुध लेना भी सरकार ने जरूरी नहीं समझा.
राज्य की पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने ट्वीट कर सरकार को आईना दिखाया है उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा “रिम्स में तड़पती रही पर सत्ता पक्ष का कोई विधायक मिलने नहीं आया खूंटी में पिकनिक मनाना रात आया लेकिन बेटी का हाल लेना किसी ने जरूरी नहीं समझा अपराधी शाहरुख को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से फांसी दो न्याय की जंग जारी रहेगी ओम शांति”
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अपने ट्वीट के साथ उन्होंने खूंटी के लतरा तू डैम मैं बोटिंग का मजा लेते झारखंड के सत्ता पक्ष के मंत्रियों और विधायकों का फोटो अंकिता की तस्वीर के साथ अटैच किया है.
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