राजनगर (Pitambar Soy) जमशेदपुर के कोवाली थाना अंतर्गत हल्दीपोखर रेलवे स्टेशन साइटिंग यार्ड के समीप रेलवे ट्रैक पर घायल लोडर ऑपरेटर अंजन प्रधान की संदेहास्पद मौत के बाद परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए ट्रांसपोर्टर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी.
वहीं परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया था. जिस पर शनिवार देर रात त्रिपक्षीय वार्ता के बाद मृतक के आश्रित को साडे 4.50 लाख रुपए बतौर मुआवजा देने पर सहमति बनी.
इसके तहत 50 हजार अग्रिम राशि के रूप में दी गई. बाकी दो किस्तों में चार लाख देने पर सहमति हुई. वार्ता में राजनगर भाग 17 की जिला परिषद सदस्य अमोदिनी महतो के प्रतिनिधि प्रकाश महतो एवं उनके पति शशि भूषण महतो, कोवाली थाना प्रभारी अमित कुमार रविदास, पोटका सीओ इम्तियाज अहमद एवं पोटका थाना के अधिकारी के साथ मृतक अंजन प्रधान के परिजन मौजूद रहे. बता दें कि घटना के बाद परिजनों ने जिला परिषद सदस्य अमोदिनी महतो से इंसाफ दिलाने की मांग की थी. जिस पर पहल करते हुए जिला परिषद के पति एवं प्रतिनिधि द्वारा ट्रांसपोर्टर पर दबाव बनाया गया, जिसके बाद त्रिपक्षीय वार्ता में उक्त धनराशि देने की सहमति बनी. मृतक राजनगर थाना क्षेत्र के बतरबेड़ा गांव का रहने वाला था.
ज्ञात हो कि हल्दीपोखर रेलवे स्टेशन के समीप शनिवार तड़के 5:00 बजे बदाम पहाड़ से टाटानगर वापस आ रही रेल इंजन से अंजन प्रधान के दोनों पैर कट गए थे जिससे उसकी मौत हो गई थी हालांकि परिजन इसे हत्या बताते हुए मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे.