जमशेदपुर: वर्ल्ड सॉइल डे यानी विश्व मिट्टी दिवस के मौके पर मिट्टी बचाने के संकल्प के साथ जमशेदपुर के आंध्र भक्त श्री राम मंदिरम स्कूल के छात्र- छात्राओं ने एक जागरूकता रैली निकाली. यह रैली बिष्टुपुर राम मंदिर से लेकर ऐतिहासिक गोपाल मैदान पहुंची.
इस दौरान छात्रों ने हाथों में बैनर पोस्टर लिए मिट्टी बचाने संबंधी संदेश लोगों को दिया. बता दें कि इन दिनों विश्व का 52 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि रेगिस्तान में तब्दील हो गया है. समय रहते यदि इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो स्थिति और भी भयावह हो सकता है.
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इस संबंध में जानकारी देते हुए सेव सॉइल वॉलिंटियर मुकेश कुमार ने बताया कि हालिया सर्वे चौंकाने वाला है. देश में तेजी से मिट्टी से उर्वरा शक्ति का क्षरण हो रहा है. उन्होंने बताया कि मिट्टी दो तरह से बनते हैं. बालू और माइक्रोबॉयल लाइफ यानी जीवाश्म, दोनों ही समाप्त हो चुके हैं. यही वजह है कि देश के कृषि योग्य भूमि का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है. उन्होंने बताया कि कृषि को उर्वरा बनाने के लिए 3 से 6 फीसदी ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग करना अनिवार्य है, जो आज की तारीख में नहीं किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि रिसर्च में यह भी दावा किया गया है, कि समय रहते यदि इस पर काबू नहीं किया गया तो अगले 30 वर्षों के बाद कृषि योग्य जमीन 40 फ़ीसदी तक खतरे में पड़ सकती है.
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मुकेश कुमार (सेव सॉइल वॉलिंटियर)