आज देश ने आजादी का 75 वां जश्न तिरंगा फरहा कर मनाया. जहां करोड़ों देशवासियों के साथ जनप्रतिनिधियों और सरकारी मुलाजिमों ने तिरंगे की आन- बान और शान बनाए रखने का प्रण लिया.
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हालांकि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस साल सरकार की ओर से कई पाबंदियां भी लगाई गई थी, बावजूद इसके लोगों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आजादी का जश्न मनाया. वहीं झारखंड के सरायकेला- खरसावां जिले में आजादी का ऐसा जश्न मना, जिसे देख आप भी सोचने को मजबूर हो जाएंगे,
कि क्या वाकई कोविड-19 के प्रोटोकॉल और सरकारी दिशानिर्देशों का पालन किया गया ? इन तस्वीरों को देखिए ये तस्वीर है, चांडिल प्रखंड के तिलगु पंचायत भवन परिसर का. जी हां यह सरकारी भवन है, और इस भवन के दूसरे माले पर स्थित है मुखिया नरसिंह सरदार का कक्ष. जहां 75 वें स्वाधीनता दिवस के मौके पर जमकर शराब और कबाब की पार्टी चली. इतना ही नहीं, इस पार्टी में सरकारी बाबुओं ने भी जमकर पार्टी मनाई. तस्वीरों में आप साफ़ देख सकते हैं, किस तरह लजीज व्यंजनों के बीच मटन और उस पर शराब का तड़का लग रहा है. इससे बढ़िया आजादी का जश्न और क्या हो सकता है. सवाल शराब और कबाब का नहीं. सवाल सरकारी भवन, सरकारी बाबू, जनप्रतिनिधि और सरकारी आदेश के उल्लंघन का है. जब आज ड्राई डे है तो, आखिर शराब की पार्टी कैसे हुई ?
किसकी इजाजत से सरकारी भवन मयखाने में तब्दील हो गया, और मुखिया का कक्ष किसकी इजाजत से प्रयोग में लाया गया ? सवाल बहुत बड़ा है. आजादी का ये उन्माद कैसा ? वैसे हम अभी तक से आया उसी के नाम का खुलासा नहीं करेंगे तस्वीरों को आप देखिए और पहचानिए तिरंगे को सलामी देकर उस की आन- बान की रक्षा करने वाले भारत मां के इन सपूतों ने आजादी के 75 वें वर्षगांठ पर तिरंगे के दामन पर कैसा दाग लगा दिया. आम लोगों के लिए शराब पर प्रतिबंध और इनके लिए आजादी आखिर क्यों !
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