DESK खतियानी भाषा संघर्ष समिति के अगुआ आंदोलनकारी टाइगर जयराम महतो के बढ़ते कद और दिनोंदिन जयराम के समर्थकों के बढ़ते फैन फॉलोअर्स को लेकर जयराम के आंदोलन की धार कुंद करने में कुड़मी समुदाय के ही कुछ कथित लोग लगे हुए हैं जो खुद को कुड़मी समाज के रहनुमा बताते हैं.
कुड़मी युवा छात्र मोर्चा के अध्यक्ष सुमित महतो के फेसबुक पोस्ट को लेकर ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं. दरअसल खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने को लेकर आदिवासी संगठनों ने जयराम महतो के प्रवेश पर रोक लगाने संबंधी एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपी गई थी. जिसके बाद चर्चाओं और अफवाहों का बाजार गर्म हो चला था. बावजूद इसके रविवार को शांतिपूर्ण तरीके से टाइगर जयराम महतो ने खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उसके बाद शांतिपूर्वक वापस लौट गए. ना कोई आदिवासी संगठन विरोध में सामने आया, ना ही खरसावां शहीद स्थल प्रबंधन कमेटी के लोगों ने विरोध किया, बल्कि शहीद स्थल स्मारक प्रबंधन कमेटी के सदस्य की सहमति से ही जयराम ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इधर कुड़मी युवा छात्र मोर्चा के अध्यक्ष सुमित महतो ने अपने फेसबुक पोस्ट पर यह लिखते हुए सनसनी फैला दी कि
“आज टाइगर ने सबकी हवा निकाल दिया खरसावां में शहीद को श्रद्धांजलि देने से कोई नहीं रोक पाया”
देखें पोस्टइसके बाद जयराम के समर्थकों ने सुमित महतो को ट्रोल करना शुरू कर दिया. साथ ही आदिवासी संगठनों ने भी सुमित महतो के पोस्ट पर आपत्ति जताई है. जयराम के समर्थकों ने सुमित से पोस्ट डिलीट करने की मांग की है. समर्थक सुमित पर जयराम की छवि खराब करने का आरोप लगा रहे हैं.
कौन हैं सुमित महतो
सुमित महतो ईचागढ़ के दिवंगत विधायक साधु चरण महतो के छोटे दामाद हैं. कुड़मी युवा छात्र मोर्चा के नाम से संगठन चलते हैं. ईचागढ़ कुड़मी के नाम पर राजनीति भी करते हैं. सवाल यह उठता है कि जब जयराम या उनके समर्थकों ने शहीद दिवस पर कोई बयान जारी नहीं किया तो सुमित महतो ने फेसबुक पर ऐसे भड़काऊ पोस्ट क्यों किया, यह बात जयराम के समर्थकों को हजम नहीं हो रहा है.
Reporter for Industrial Area Adityapur