चाईबासा/ Jayant Pramanik राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका संध्या प्रधान ने थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित प्रथम शैक्षिक अंतरराष्ट्रीय एशिया पेसिफिक वूमेंस कॉन्फ्रेंस में भारत की प्रतिनिधित्व किया. कॉन्फ्रेंस का आयोजन दो से चार जुलाई तक होगी. जिसमें भाग लेने के लिए वह सोमवार सुबह बैंकॉक रवाना हुई थी. बता दें कि संध्या प्रधान गोइलकेरा प्रखंड के कुला गांव की रहने वाली है. उनका मायका सोनुवा में है.
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प्रथम शैक्षिक अंतरराष्ट्रीय एशिया पेसिफिक वूमेंस कॉन्फ्रेंस में भाग लेने हेतु राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका संध्या प्रधान का चयन भारत सरकार द्वारा किया गया है. यह चयन ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ एजुकेशन एसोसिएशन एवं अखिल भारतीय शैक्षिक संघ के संयुक्त सचिव की ओर से किया गया है. संध्या प्रधान वहां वक्ता के रूप में एशिया एवं प्रशांत महासागरीय देश समूह में महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु एकजुटता हेतु विभिन्न शैक्षिक महासंघ एवं विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संगठन द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु सामूहिक कार्रवाई के ऊपर में अपनी मत एवं प्रेजेंटेशन भारत सरकार की तरफ से रखेंगी. इस कांफ्रेंस का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं जमीनी नियमों के साथ मजबूत सक्षम संरचना निर्माण करना है, तथा लैंगिक भेदभाव को शून्य पर लाना एवं स्पष्ट लक्ष्य प्राप्त करने हेतु सशक्त नेतृत्व एवं संसाधनों का उपयोगिता का रणनीति के ऊपर में होगी.
भारत तथा विभिन्न एशिया प्रशांत सागरीय देश के महिलाओं का शिक्षा, सामाजिक व सांस्कृतिक वैचारिक अवस्थाओं के बारे में चर्चा की जाएगी. यह आने वाले दिनों में सशक्त महिलाओं का जागरूकता अभियान के रूप में कार्य करेगा. श्रीमती प्रधान ने कहा उम्मीद करती हूं यह गौरवशाली अवसर महिलाओं तथा हमारे देश को लाभान्वित करेगा.
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