चाईबासा/ Ashish Kumar Verma पश्चिमी सिंहभूम जिले में एक बार फिर नक्सलियों ने सोमवार को पुलिस का मुखबिर होने के शक में एक व्यक्ति की हत्या कर दी है. घटना घोर नक्सल प्रभावित गोईलकेरा थाना क्षेत्र के लावाबेड़ा वन ग्राम की है. यह गांव गोईलकेरा थाना से 35 किलोमीटर दूर है. घोर जंगल में बसे इस गांव में अब तक पुलिस नहीं पहुंची है. इस बात की अब तक पुष्टि नहीं हो पायी है कि उसकी हत्या क्यों और किसने की. लेकिन, बताया जा रहा है कि भाकपा माओवादी के सदस्यों ने उसकी हत्या की है.
नक्सलियों को अर्जुन पर शक था कि वह पुलिस का मुखबिर है. बता दें कि पश्चिमी सिंहभूम के गोईलकेरा थाना क्षेत्र में दो दिन में दूसरा शव बरामद हुआ है. रविवार को रामदो सुरीन का शव बरामद हुआ था और सोमवार को अर्जुन सुरीन का शव फांसी के फंदे से झूलता मिला है. आशंका व्यक्त की जा रही है नक्सलियों ने ही अर्जुन सुरीन को मारकर फांसी के फंदे से लटका दिया है. एक दिन पहले रामदो सुरीन की गला रेतकर हत्या कर दी गयी थी. उसके शव के पास तीन परचे मिले थे, जिसमें कहा गया था कि रामदो सुरीन पुलिस का मुखबिर था. इसलिए उसे सजा दी गयी है. दो दिन में दो लोगों की हत्या से गोईलकेरा में दहशत है.
सूत्र बता रहे हैं कि छह दिन पहले मंगलवार 15 अगसत को रामदो सुरीन (62) और अर्जुन सुरीन (45) को लावाबेरा वन ग्राम से भाकपा माओवादी के सदस्यों ने उठाया था. रविवार की सुबह रामदो सुरीन का शव मिला. अब सोमवार को अर्जुन सुरीन का शव मिला है.
हालांकि, अर्जुन सुरीन के शव के पास ऐसा कोई परचा बरामद नहीं हुआ है. समाचार लिखे जाने तक पुलिस भी वहां नहीं पहुंची थी. अर्जुन सुरीन की पत्नी ने ग्रामीणों को सूचना दी कि उसके पति का शव फांसी के फंदे से लटका मिला है. बताया जा रहा है कि इलाके में नक्सलियों का दबदबा कायम रखने के लिए भाकपा माओवादी के सदस्य इलाके में हत्या को अंजाम दे रहे हैं.