चाईबासा: नक्सलियों द्वारा कोल्हान के जंगल में लगाये गये आईईडी बम की चपेट में आने से एक और व्यक्ति की मौत हो गई है. बीते एक महीने के अंदर यह तीसरी घटना है, जिसमें नक्सली द्वारा जंगल में लगाये गये आईईडी के चपेट में आने से मौत हुई है.
जंगल से लकड़ी लाने गया था युवक
गोईलकेरा के मेरालगढ़ा गांव के पास जंगल में हुए आईईडी बम विस्फोट की चपेट में आने से मेरालगढ़ा निवासी हरीश चंद्र गोप की मृत्यु हो गई है. इस संबंध में जानकारी देते हुए एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि हरिश मंगलवार सुबह लकड़ी लेने जंगल की ओर गये हुए थे.
ग्रामीणों के सहयोग से मृतक के शव को किया गया रेस्क्यू
घटना की सूचना प्राप्त होते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक हरीश के शव को ग्रामीणों के सहयोग से घटना स्थल से निकाला गया. एसपी ने कहा कि पुलिस एवं सुरक्षा बलों द्वारा कोल्हान क्षेत्र में लगातार संचालित नक्सल विरोधी अभियान के कारण सुरक्षा बलों को क्षति पहुंचाने के लिए नक्सलियों के द्वारा आइइडी का प्रयोग किया जा रहा है.
नक्सलियों की कायराना हरकत
उन्होंने कहा कि आईईडी विस्फोट में ग्रामीणों को लक्षित कर हमला करना नक्सलियों की एक कायराना हरकत है. झारखण्ड पुलिस आम जनता की सेवा में सदैव तत्पर है और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए सघन नक्सल विरोधी अभियान का संचालन जारी रहेगा.
माओवादियों ने सड़क पर पेड़ काट कर पोस्टर- बैनर लगाया
एसपी ने कहा कि सुरक्षा बलों की ओर से चलाये जा रहे नक्सल अभियान के विरुद्ध सोमवार देर रात गोईलकेरा ग्राम आराहासा मार्ग पर माओवादियों ने सड़क जाम करने के लिए रात्रि में एक पेड़ को काट कर गिरा दिया था. साथ ही पेड़ पर बैनर और पोस्टर लगा दिया था. यह स्थान रेंगरबेरा गांव के पास है. साथ ही मुख्य सड़क इचाहातु में कुछ तार व बक्सा पड़ा हुआ मिला था. इसमें आइइडी होने की सूचना थी, लेकिन पुलिस के जांच में कोई आइइडी नहीं मिला. यह स्थान इचाहातु कुईड़ा और सोयतबा सीआरपीएफ कैंप के बीच में है. उक्त सूचना पर सुरक्षा बलों के द्वारा अग्रतर कार्रवाई करते हुए दोनों मार्ग से अवरोधक को कटा दिया गया है.