मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के साथ समय पर इलाज मुहैया कराने के लिए सरकार द्वारा दी जा रही 108 एम्बुलेंस सेवा अब सफेद हाथी साबित हो रहा है. इसका ताजा उदाहरण मंगलवार को सोनुवा में देखने को मिला. मंगलवार को सोनुवा के उड़नचौका कुम्हार टोला में दो मरीज के अचानक उल्टी व दस्त की शिकायत मिली.
जिसके बाद पोड़ाहाट पंचायत की पंसस रानी बांदिया ने मंगलवार शाम को मरीजों को सोनुवा सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराने के लिए 108 सेवा के कॉल सेंटर से सम्पर्क किया, लेकिन कॉल सेंटर से एम्बुलेंस मरीज को लेकर चाईबासा जाने के कारण तत्काल एम्बुलेंस सेवा नहीं मिलने का जबाव मिला. इस बीच मरीजों की हालत ख़राब हो गई. जिनको आनन- फानन में पंसस रानी बांदिया ने अपने निजी खर्चे से एक ऑटो के सहारे मरीजों को इलाज के लिए सीएचसी सोनुवा अस्पताल में भर्ती कराया. इस बीच रानी बांदिया ने अस्पताल परिसर में 108 एम्बुलेंस को खड़ा पाया.
अस्पताल में खड़ा एम्बुलेंस
रानी बांदिया ने बताया, कि वह मंगलवार शाम पांच बजे करीब एक घंटे तक चार बार 108 एम्बुलेंस सेवा के कॉल सेंटर से सम्पर्क किया. हर बार उन्हें एम्बुलेंस सेवा बीजी होने का जवाब मिला. जिसको लेकर उन्होंने सरकार के 108 एम्बुलेंस सेवा पर सवाल खड़ा करते हुए स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर नाराज़गी जतायी है.