सरायकेला जिले के कांड्रा पंचायत के एसकेजी कॉलोनी में बदन प्रसाद के घर के समीप भीतर कॉलोनी में पिछले कई वर्षों से सड़क की हालत जर्जर बनी हुई थी . इस बाबत कई बार मुखिया और प्रखंड कार्यालय में आवेदन देने के बावजूद जब सड़क के सुदृढ़ीकरण की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया तब कॉलोनी वासियों ने आगे बढ़ कर सड़क पर बने गड्ढों को भरने का बीड़ा उठाया और श्रमदान कर सड़क को चलने लायक बनाया.
स्थानीय लोगों के अनुसार 1993 में सरायकेला ग्लास कंपनी के बंद होने के उपरांत कंपनी के आवासीय कॉलोनी में जनहित से जुड़े सभी विकास कार्य पूरी तरह से अवरुद्ध हो गए . जिससे पूरे आवासीय क्षेत्र में विशेषकर सड़कों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई . बारिश के बाद तो इन सड़कों पर पैदल चलना भी बेहद मुश्किल है . आए दिन इन सड़कों पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं , लेकिन इसे ठीक करने की दिशा में किसी जनप्रतिनिधि ने कभी कोई प्रयास नहीं किया और सड़क की स्थिति दिन प्रतिदिन बदतर होती गई . श्रमदान करने वालों में समाज सेवी संजीत मिश्रा, निर्मला देवी, पूर्व वार्ड मेंबर उषा देवी आदि शामिल रहे.
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