कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम अस्पताल का सिटी स्कैन मशीन पिछले छः महीने से बेकार पड़ा है. अब इसे इस अस्पताल की बदनसीबी कहें या सरकारी सिस्टम की हकीकतकोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम अस्पताल का सिटी स्कैन मशीन पिछले छः महीने से बेकार पड़ा है. अब इसे इस अस्पताल की बदनसीबी कहें या सरकारी सिस्टम की हकीकत.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इसी क्षेत्र से हैं. उनके प्रतिनिधि का कक्ष अस्पताल परिसर में बना हुआ है, लेकिन यहां इलाज कराने पहुंच रहे मरीजों को सिटी स्कैन के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी के नेतृत्व में अस्पताल पहुंच अधीक्षक से मुलाकात कर उन्हें फौरी तौर पर 10 हजार रुपए का चेक सौंपा. जानकारी देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने बताया, कि दुर्भाग्य है, कि सरकारी अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन पिछले 6 महीने से खराब पड़ा है, और स्वास्थ्य मंत्री और अस्पताल प्रशासन को इसकी चिंता नहीं है. उन्होंने बताया, कि सरकार के उदासीन रवैया के कारण संवेदक यहां से अपना बोरिया बिस्तर समेट चुके हैं. वहीं भाजपा नेता विकास सिंह ने बताया, कि मशीन को दुरुस्त कराने में 10 लाख रुपए का खर्च आएगा. 10 दिनों के भीतर अगर सरकारी तौर पर उसका मरम्मत नहीं किया जाता है, तो भारतीय जनता पार्टी घूम- घूम कर चंदा इकट्ठा कर मशीन बनवाने का काम करेगी. वहीं अस्पताल अधीक्षक ने इस मामले पर कुछ भी बताने से मना कर दिया.
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