JAMSHEDPUR अगर इंसान के अंदर जज्बा हो तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है, फिर चाहे वह दिव्यांग ही क्यों न हो. इन्हीं संदेशों को लेकर चेन्नई से 30 हजार किलोमीटर की यात्रा पर निकले मोहम्मद जावेद रविवार को करीब 7 हजार किमी का सफर तय करने के बाद जमशेदपुर पहुंचे.
जहां जिला मुख्यालय के समीप मोहम्मद जावेद का शहर के दिव्यांगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया. बता दें कि जावेद दोनों पैरों से दिव्यांग हैं, मगर उनके अंदर जज्बे की कोई कमी नहीं है. खास तौर से डिजाइन की गई गाड़ी से जावेद देश भ्रमण पर निकले हैं. जावेद ने 8 मार्च अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर अपनी यात्रा का शुभारंभ चेन्नई से किया है और 25 मई को बेंगलुरु में 30 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर यात्रा का समापन करेंगे. जमशेदपुर पहुंचने पर मोहम्मद जावेद ने बताया कि उनके यात्रा का उद्देश्य देशभर के दिव्यांगों को यह संदेश देना है, कि उनके लिए कोई भी काम असंभव नहीं है. वे खुद को अपेक्षित ना समझे, बल्कि बुलंद हौसलों के साथ लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ते रहें. केवल सरकार के भरोसे रह कर अपने अंदर छिपी प्रतिभा को कोसने की बजाय अपने लिए जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें.