खरसावां: उत्कल सम्मेलनी केंद्रीय टीम की एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय अध्यक्ष आदित्य पात्र के नेतृत्व में रविवार को उड़ीसा सरकार के शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास से उड़ीसा के भुवनेश्वर स्थित आवासीय कार्यालय में मुलाकात कर गुलदस्ता देकर स्वागत किया. साथ ही झारखंड, छत्तीसगढ़ पश्चिम बंगाल के उत्कल सम्मेलनी की ओर से चलाये जा रहे शिक्षा कार्यक्रम पर चर्चा किया.
मौके पर श्री दास ने कहा कि बच्चों का भविष्य संवारने में एक शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान रहता है. इसलिए हमें आने वाली पीढ़ी को उच्च शिक्षा के साथ- साथ संस्कार देने का भी प्रयास करना चाहिए. ओडिया भाषा, साहित्य, संस्कृति के उत्थान पर सभी को मिलकर कार्य करना होगा. उन्होंने कहा कि हमें अपनी भाषा, साहित्य व संस्कृति को लेकर गर्व की अनुभूति होती है. भाषा- संस्कृति में ही अपनी पहचान छिपी हुई है. भाषा- संस्कृति को और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है. इस दौरान उत्कल सम्मेलनी केंद्रीय टीम के प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री को अवगत कराया कि उत्कल सम्मेलनी के ओड़िया शिक्षक- शिक्षिकाओं का पिछले दस माह से वेतन नहीं मिला है. जिसपर मंत्री ने आश्वासन दिया कि जुलाई माह में पूरा 10 माह का वेतन मिल जाएगा. वही शिक्षक व शिक्षिकाओं का वेतन तीन हजार से बढ़ाकर चार हजार करने के लिए बहुत जल्द ही वित्त विभाग से बात किया जाएगा. इसके अलावे शिक्षा मंत्री से बताया गया कि झारखंड के कोल्हान प्रमंडल में 160 विद्यालयों में शिक्षक उड़िया भाषा में पठन- पाठन करा रहे हैं. इसे बढ़ाकर तीन सौ विद्यालयों में उड़िया भाषा- भाषी विद्यालयों में उडिया शिक्षक- शिक्षिकाओं को बहाल करने की मांग की गई. जिसपर शिक्षा विभाग के से बात करके मांग का समाधान किए जाने का आश्वासन दिया. वही शिक्षा मंत्री को झारखंड आने का न्यौता भी दिया. उत्कल सम्मेलनी केंद्रीय टीम के प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय कमेटी के अध्यक्ष आदित्य पात्र, सचिव अनंत जेना, केंद्रीय उपसभापति रवि मिश्रा, पश्चिम सिंहभूम के अध्यक्ष सरोज कुमार प्रधान, सचिव पीके नंदा, सरायकेला- खरसावां सचिव सह परीदर्शक सुशील कुमार सारंगी, जमशेदपुर के के परीदर्शक जयराम दास व नंदू कुमार पांडे आदि उपस्थित थे.
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