झारखंड सरकार द्वारा नए शराब के ठेकों में ऑनलाइन ट्रेंजेक्शन की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से शराब के शौकीनों को शराब दुकान के आसपास की दुकानों और खोमचों वालों से नगद लेने के लिए 10- 20 रुपए अधिक खर्च करने पड़ रहे हैं.
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इतना ही नहीं कुछ शराब दुकानों से एमआरपी से 10 रुपये अधिक वसूले जाने की शिकायतें भी मिल रही है. यानी शराब के शौकीनों को दोहरी चपत झेलनी पड़ रही है. यदि पैसे कम हैं या नगदी नहीं हैं तो यूपीआई के जरिये आपके पैसे स्वीकार नहीं किए जाएंगे, यदि आप आसपास के दुकानों से नगदी लेते हैं तो आपको 10- 20 रुपए कमीशन देने होंगे. इधर से छुटकारा मिलने के बाद आपको एमआरपी से दस रुपए अधिक भी देने पड़ेंगे. अब विभाग को इसकी जानकारी नहीं है ऐसा हम नहीं कह सकते विभाग और प्रशासन को गंभीरता दिखाने की जरूरत है.
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