सरायकेला: खरसावां छऊ नृत्य कला केंद्र मे रविवार को कलाकारों ने श्रद्धाजलि सभा का आयोजन कर भारत रत्न एवं संसार के सर्वश्रेष्ठ गायिका स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण करते हुए कला केंद्र के सह निर्देशक मोहम्मद दिलदार ने कहा कि लता जी का निधन हमारे लिए और दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए हृदयविदारक है. उनके गाए गीत भारत के सारतत्व और सुंदरता को प्रदर्शित करते हैं तथा पीढ़ियों ने इन्हें अपने अंतर्मन की अभिव्यक्ति के रूप में पाया है. भारत रत्न लता जी की उपलब्धियां अतुलनीय हैं. उन्होने कहा कि उनके निधन से देश में एक खालीपन पैदा गया है, जिसे भरा नहीं जा सकता. भावी पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति की पुरोधा के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मोहित करने की अद्वितीय क्षमता थी. सदियों के पश्चात ही संसार में ऐसे कलाकार जन्म लेते हैं. हम लता दीदी को केवल हमारे देश की सीमा में नहीं बांध सकते. कलाकार किसी भी देश एवं धर्म की सीमाओं से ऊपर होता है. स्वर्गीय मंगेशकर ऐसी कलाकार थी जिसे संगीत को नाज था. श्री दिलदार ने कहा कि स्वर सम्राज्ञी के रूप से जानी जाने वाली लता मंगेशकर ने पांच साल की उम्र से गायन का प्रशिक्षण लेना शुरू किया था. उन्होंने 1942 में एक गायिका के रूप में अपना करियर शुरू किया था और सात दशकों से अधिक समय तक हिंदी, मराठी, तमिल, कन्नड़ और बंगाली समेत 36 भारतीय भाषाओं में लगभग 25,000 गीत गाए। उन्होंने ‘ऐ मेरे वतन के लोगो’, ‘लग जा गले’, ‘मोहे पनघट पे’, ‘चलते चलते’, ‘सत्यम शिवम सुंदरम’, ‘अजीब दास्तां है’, ‘होठों में ऐसी बात’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘नीला आसमां सो गया’ और ‘पानी पानी रे’ जैसे कई गीतों को अपनी सुरीली आवाज देकर यादगार बना दिया. भारतीय सिनेमा के सबसे महान पार्श्व गायकों में से एक मानी जाने वाली लता मंगेशकर को कई फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार और कई अन्य भारतीय फिल्म पुरस्कारों से नवाजा गया. उन्हें 2001 में भारत का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भारत रत्न भी मिला था. श्रद्धांजलि सभा को कलाकार पिनाकी रंजन, सुदीप कुमार घोड़ाई, हरे कृष्ण महापात्र ने भी संबोधित किया. इस दौरान नित्या शंकर नंदा, दयाल लेट, बसंत कुमार गणतायत, मोहम्मद रमजान, भूमि केसरी, बंचिका मोदक, एंजेल केसरी, अनूप रविदास, संतोष कुमार लोहार, करण दास, शंकर बाकिरा, रोयल दिग्गी सहित कई कलाकार उपस्थित थे.

