आज ट्रांसजेंडर स्मृति दिवस है. इसको लेकर जमशेदपुर के किन्नरों ने जिले के उपायुक्त से मुलाकात कर सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं की मांग से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा. शुभकामना फाउंडेशन के बैनर तले किन्नरों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को जिला मुख्यालय पहुंचा. जहां शहर के किन्नरों ने जिला प्रशासन पर अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कोरोना रोधी वैक्सीन से भी वंचित रखने का आरोप लगाया. 15 अप्रैल 2014 को दिए गए सुप्रीम कोर्ट के उस निर्णय का हवाला देते हुए किन्नरों ने बताया, सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने आदेश में किन्नरों के साथ भेदभाव को समाप्त किए जाने का आदेश दिया है, बावजूद इसके किन्नर समाज आज भी अपेक्षित है. उन्हें मूलभूत जरूरी सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है. किसी के पास आधार कार्ड नहीं है, तो किसी के पास वोटर कार्ड नहीं. यहां तक कि उन्हें राशन कार्ड भी मुहैया नहीं कराया गया है. सामाजिक सुरक्षा से लेकर जरूरी दवाइयां और इलाज के लिए भी उन्हें सरकार और प्रशासन से फरियाद लगानी पड़ती है. किन्नरों ने बताया कि कई बार जिले के उपायुक्त से मुलाकात कर अपनी मांग रख चुके हैं, बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.


