DESK : 53 कंटेनरों वाली एक मालगाड़ी रविवार सुबह जम्मू कश्मीर के कठुआ से पठानकोट के बीच 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ती कही. मालगाड़ी पर कंक्रीट से लदी हुई थी. खास बात यह है कि मालगाड़ी में कोई चालक नहीं था. मालगाड़ी ने बिना चालक के 84 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर ली. जब रेलवे के अधिकारियों को इस बाबत जानकारी हुई तो उनके होश उड़ गये शुरुआती जांच में जानकारी सामने आयी कि मालगाड़ी का चालक चाय पीने के लिए नीचे उतरा था. वह इंजन बंद करना भूल गया था. जानकारी के अनुसार मालगाड़ी को पंजाब के मुकेरियां के ऊंची बस्सी इलाके में रोकने में कामयाबी मिली. कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. रेलवे ने घटना की जांच शुरू कर दी है.
इस घटना को लेकर जम्मू रेलवे स्टेशन के निदेशक और मंडल यातायात प्रबंधक, प्रतीक श्रीवास्तव ने बताया कि मुकेरियां के ऊंची बस्सी में मालगाड़ी को रोकने के लिए रेलवे ने अपने सभी कर्मचारियों को अलर्ट किया. कठुआ स्टेशन पहुंचे श्रीवास्तव ने कहा, हम घटना के पीछे के कारणों की तलाश कर रहे हैं. दोषी पाये जाने पर लोको पायलट के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जायेगी. सूत्रों के अनुसार स्थानीय स्तर पर जांच के अलावा, रेलवे ने उच्च स्तरीय जांच के भी आदेश जारी कर दिये हैं.
बताया गया कि पठानकोट की ओर ढलान होने के कारण मालगाड़ी अपने आप चलने लगी. धीरे-धीरे मालगाड़ी की गति 100 किमी प्रति घंटे तक हो गयी. डीटीएम ने कहा, रेलवे ने मालगाड़ी को रोकने के लिए सभी स्टेशनों को सतर्क किया. भारी संख्या में स्टाफ को तैनात किया गया. मालगाड़ी को किसी भी तरह की दुर्घटना से बचाने और उसे सुरक्षित पड़ाव तक लाने के लिए एक रेल ट्रैक तैयार कर मुकेरियां के उच्छी बस्सी में उसे रोक दिया गया.