सरायकेला (Pramod Singh) खरसावां में आगामी 1 जनवरी को होनेवाले श्रद्धांजलि सभा में कोल्हान आदिवासी एकता मंच द्वारा खतियानी भाषा संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के नायक टाइगर जयराम महतो के खरसावां शहीद स्थल पर आने से रोक लगाने की मांग जिले के उपायुक्त से की गई है.
इसको लेकर जयराम के समर्थकों में भारी आक्रोश व्याप्त है. जयराम के समर्थकों ने एलान करते हुए कहा है कि शहीद किसी खास समुदाय के नहीं बल्कि पूरे झारखंड के हैं. उन पर सभी का अधिकार है. टाइगर जयराम महतो खरसावां शहीद स्थल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने जरूर जाएंगे. यदि उन्हें रोका गया तो समूचे झारखंड में आदिवासी नेताओं के गावों में प्रवेश करने पर रोक लगा दी जाएगी.
जयराम के समर्थक नवीन महतो ने बताया कि हम झारखंडी अस्मिता की लड़ाई लड़ रहे हैं. हमारा आदिवासियों से कोई मतभेद नहीं है. हम सरकार से अपना हक मांग रहे हैं. ऐसे में यदि जयराम महतो के विरोध में कोई संगठन सामने आएगा तो हम खुलकर उनका विरोध करेंगे. वही सूर्य सिंह बेसरा के विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि सूर्य सिंह बेसरा पुराने राजनीतिज्ञ हैं. वे हमें समर्थन कर रहे हैं इसलिए उनका विरोध हो रहा है. मगर हम किसी का हक नहीं छीन रहे, बल्कि अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं इससे किसी को तकलीफ नहीं होनी चाहिए, यदि ऐसा हुआ तो हम भी खुलकर विरोध करेंगे. वहीं आदिवासी एकता मंच ने खरसावां शहीद स्थल पर जयराम के सभा करने पर रोक लगाए जाने की मांग भी की है. इसपर नवीन महतो ने कहा कि जयराम का सभा करने का कोई कार्यक्रम निर्धारित नहीं है. वे केवल शहीदों को श्रद्धांजलि देने आएंगे. सभा के नाम का अफवाह फैलाया जा रहा है.
बाईट-
नवीन महतो ( झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति सदस्य)