सरायकेला- खरसावां जिला के आदित्यपुर थाना क्षेत्र से मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है.
जहां पिछले 24 घंटे से टाटा- कांड्रा मुख्य मार्ग पर आशियाना के समीप स्थित एचपी पेट्रोल पंप के समीप लाचार, बेबस और असहाय बुजुर्ग की तड़प- तड़प कर इलाज के अभाव में मौत हो गयी. बताया जा रहा है, कि बुजुर्ग कल रात से ही शारीरिक पीड़ा से तड़प रहा था. उधर से गुजर रहे पत्रकार संगठन द प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां के उपाध्यक्ष रासबिहारी मंडल की नगर पड़ी. जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल एक महिला समाज सेवी एवं 108 एंबुलेंस को दी.
आधे घंटे बाद पहुंची एम्बुलेंस
बुजुर्ग की मौत के बाद समाजसेवी महिला और पत्रकार रासबिहारी मंडल ने कफन उपलब्ध कराया
शव के साथ पत्रकार रासबिहारी मंडल और समाजसेवी महिला
दोनों ने मिलकर बुजुर्ग को एमजीएम अस्पताल पहुंचाने की ठानी, लेकिन लगभग आधे घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची तब तक बुजुर्ग ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. चाह कर भी बुजुर्ग को बचाया नहीं जा सका.
बुजुर्ग जिंदा था इसका प्रमाण इस वीडियो क्लिप में मौजूद हैं
बताया जाता है कि बुजुर्ग मानसिक रूप से विक्षिप्त था और इधर- उधर भीख मांग कर अपना गुजर बसर करता था. वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहा था और पिछले 24 घंटे से वह पेट्रोल पंप के पास बेसुध पड़ा हुआ था. भले वह मानसिक रूप से विक्षिप्त था, असहाय, लाचार और बेबस था, मगर क्या सिस्टम के साथ इंसानियत भी मर चुकी थी. किसी ने उसे अस्पताल भिजवाने की जहमत नहीं उठाई. आखिर क्यों ? क्यों मानवीय संवेदनाएं सरकारी सिस्टम के साथ मर चुकी थी ? अब इसके लिए दोषी कौन है. बुजुर्ग का नसीब, सरकारी सिस्टम या कुछ और. आप खुद तय करें. क्योंकि अगर समय रहते बुजुर्ग का इलाज शुरू हो जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी. वैसे द प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला खरसावां के उपाध्यक्ष रासबिहारी मंडल ने इसकी जानकारी लोजपा के जिला अध्यक्ष और आदित्यपुर बाजार मास्टर मनोज पासवान को दे दी. जिसके बाद मनोज पासवान ने शव के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी. आपको बता दें कि मनोज पासवान अब तक दर्जनों लावारिस शवों का निशुल्क दाह संस्कार करवा चुके हैं. रासबिहारी मंडल ने लोजपा नेता के प्रति आभार प्रकट किया.
बुजुर्ग का सब देखने जूटे आसपास के लोग
लावारिस अवस्था में बुजुर्ग का शव