जमशेदपुर: यास चक्रवात के कारण पिछले दो दिनों से हो रहे रुक- रुककर बारिश के कारण शहर की दोनों प्रमुख नदियों स्वर्णरेखा और खरकई के जलस्तर में बढोत्तरी होने से पहली बार मई महीने में शहर पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. उधर तटीय इलाकों को युद्धस्तर पर जिला प्रशासन द्वारा खाली कराया जा रहा है.
एनडीआरएफ और जिला प्रशासन अलर्ट
वहीं किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है. साथ ही तटीय इलाकों के लोगों को युद्ध स्तर पर खाली कराया जा रहा है. हालांकि यास चक्रवात का असर अभी कम नहीं हुआ है. पिछले 24 घंटे के भीतर पूर्वी सिंहभूम जिले में 95. 1 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. हालांकि मौसम विभाग पूर्वानुमान के अनुसार 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान था, लेकिन 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चली. जिससे नुकसान शहर में कम हुआ. वहीं मुसाबनी, बहरागोड़ा, डुमरिया, पोटका व गुड़ाबांधा प्रखंड के करीब 15 से 20 गावों में कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है. 80 जगहों पर बिजली का तार पेड़ की डाल, इंसुलेटर, कंडक्टर, ब्रैकेट और पोल टूट गए. जिससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है.
Riport By Naveen Pradhan