सरायकेला- खरसावां जिले में बालू भंडारण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है. जहां गम्हरिया अंचलाधिकारी ने गुप्त सूचना के आधार पर आरआईटी थाना अंतर्गत आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड संख्या 34 स्थित ट्रांसपोर्ट कॉलोनी शिव मंदिर के पास बने सामुदायिक भवन एवं प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में छापेमारी करते हुए अवैध रूप से भंडारण कर रखे गए लगभग 5 हजार सीएफटी बालू जप्त किया है. वैसे बालू किसके द्वारा भंडारण कर रखा गया इसका पता नहीं चल सका है.
मौके पर मौजूद बालू कारोबारियों के समान
इस छापेमारी के दौरान आदित्यपुर एवं आरआईटी थाना पुलिस भी मौके पर मौजूद रही. जानकारी देते हुए गम्हरिया सीओ मनोज कुमार ने बताया, कि जप्त बालू की सूचना खनन पदाधिकारी को दी जाएगी उसके बाद ही पता चल सकेगा कि भंडारण कर रखे गए बालू की कीमत कितनी है. वैसे पूरी कार्रवाई के दौरान बालू माफिया आस पास नजर नहीं आए, न ही उनके गुर्गे. किसी बिल्डर अथवा सप्लायर ने भी बालू होने की दावेदारी नहीं की. वैसे अहम सवाल ये है कि सरकारी स्कूल और सामुदायिक भवन के प्रांगण में इतने बड़े पैमाने पर बालू का भंडारण किसके द्वारा किया गया था. और इसकी जानकारी स्थानीय पार्षद और स्कूल के प्रधानाध्यापक को थी या नहीं ? अगर थी तो उनके द्वारा प्रशासन और अपने वरीय अधिकारियों को क्यों नहीं दिया गया.
अवैध बालू का भंडारण देख हैरान पदाधिकारी
सबसे अहम सवाल ये भी है, कि दिनभर पेट्रोलिंग के नाम पर पीसीआर वैन में सरकारी ईंधन भरवाकर थाना कर्मी आखिर कहां गश्ती करते हैं, कि इतने बड़े पैमाने पर अवैध बालू का भंडारण उन्हें नजर नहीं आ रहा था. सख्ती से अगर जांच हो गयी तो थाना की भूमिका का भी भेद खुल जाएगा. बहरहाल अब देखना ये दिलचस्प होगा, कि खनन पदाधिकारी कब इन जप्त बालू का आंकलन करने आते हैं और जप्त बालू कबतक स्कूल और सामुदायिक भवन के प्रांगण में पड़ा रहेगा. वैसे क्षेत्र में और भी ऐसे गुप्त स्थान हैं जहां अवैध रूप से बालू भंडारित कर रखे गए हैं. जिसपर कार्रवाई जरूरी है. ऐसा कर बालू माफिया सरकार को हर महीने करोड़ों रुपए के राजस्व का चूना लगा रहे हैं.
आरआईटी थानांतर्गत वार्ड 34 स्थित सामुदायिक भवन के समीप अवैध बालू भंडारण का जांच करते अधिकारी
Report By Navin Pradhan
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