जमशेदपुर (Charanjeet Singh)
टाटानगर स्टेशन के पार्किंग कर्मचारियों ने सिदगोड़ा बागुनहातु निवासी विकास दुबे की हत्या मामले में रेल पुलिस की जांच का एंगल बदल गया. दूसरी ओर मृतक के शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार नहीं हो सका है, क्योंकि मुंबई निवासी भाई शहर नहीं पहुंचा है. इधर रेल पुलिस ने मृतक के तीन अन्य साथियों से पूछताछ किया, जो पार्किंग में उसके साथ थे. डीएसपी हिमांशुचंद्र मांझी द्वारा पार्किंग की ड्यूटी रजिस्ट्रर को जब्त करने के साथ घटना के समय ड्यूटी में मौजूद छह पार्किग कर्मियों से भी पूछताछ की गई.
पूछताछ में पार्किंग कर्मचारियों ने मृतक से मारपीट से इंकार किया है. इससे डीएसपी ने पार्किंग में तीन घंटे के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला है. डीएसपी के अनुसार मामले की छानबीन जारी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा. मृतक विकास दुबे की गर्भवती पत्नी से ट्रेन समय से करीब सात घंटे पूर्व स्टेशन जाने के कारणों की जानकारी ली गई. रेल पुलिस के अनुसार मृतक के साथ उसके मोहल्ले के दोस्त थे, जो हंगामा होने उसे पार्किंग में छोड़ कर चले गए थे.
रेलवे पार्किंग में रहेंगे जवान, कर्मचारियों का रखना होगा ब्यौरा
डीएसपी ने बताया कि पार्किंग में अब रेल पुलिस के जवानों की तैनाती होगी. दूसरी ओर, पार्किंग ठेकेदार को आदेश दिया गया है कि हर शिफ्ट के कर्मचारियों की सूची रोज रेल थाने में जमा कराना होगा. यह व्यवस्था हालांकि चार-पांच वर्ष पूर्व तक पार्किंग गेट पर पुलिसकर्मी की नियुक्ति होती थी. रेलवे पार्किंग में बढ़ती मारपीट की घटनाओं को लेकर यह व्यवस्था बनाई गई है.
लापरवाही से गई जान
मृतक द्वारा पार्किंग में हंगामा की सूचना ठेकेदार ने रात में करीब एक बजे आरपीएफ व जीआरपी को दी थी, लेकिन किसी ने पहले ध्यान नहीं दिया. बाद में पुलिस रेलवे अस्पताल ले गई लेकिन ज्यादा खून बहने के कारण जख्मी होकर अचेत विकास दुबे की मरहमपट्टी नहीं होने से अस्तपाल जाकर मौत हो गई.
ये है घटना
बुधवार देर रात विकास दुबे पार्किंग में बैठकर शराब पी रहा था. टेंपो चालकों ने यह सूचना पार्किग कर्मियों को दे दी. पार्किंग कर्मियों के नशा करने से रोकने पर हाथापाई हुई, जिससे आक्रोशित होकर विकास दुबे हंगामा करने लगा और गेट की कांच में मुक्का मारने लगा. इससे उसका हाथ जख्मी हो गया था. घायल होकर वह ड्रापिंग लाइन में गिरकर अचेत हो गया. घटना के बाद ही पार्किंग कर्मी भाग गए.