जमशेदपुर: राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता शनिवार को अचानक जमशेदपुर के साकची स्थित कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम अस्पताल पहुंचे. जहां मंत्री के औचक निरीक्षण करने पहुंचते ही पूरे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया. इस दौरान मंत्री ने अस्पताल के सभी वार्डों का निरीक्षण किया और इलाजरात मरीजों का कुशलक्षेम भी जाना.
मंत्री इस दौरान अस्पताल के कैंटीन भी पहुंचे और मरीजों के लिए बनाए गए भोजन भी चखे.मंत्री ने बताया, कि राज्य सरकार की ओर से राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में इलाजरत मरीजों के लिए भोजन की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए 50 रुपए के बदले 125 रुपए देने का फैसला लिया गया है.
वही मंत्री ने कैंटीन कर्मचारियों को भोजन की गुणवत्ता से किसी तरह का कोई समझौता नहीं करने का निर्देश दिया. वापसी के क्रम में मंत्री ने दो जुड़वा बच्चे को जन्म देने वाली माता से मुलाकात किया और बच्चों को आशीर्वाद स्वरुप कुछ आर्थिक मदद भी किया. वही मंत्री ने भरोसा दिलाया है, कि 6 महीने के भीतर एमजीएम अस्पताल का कायाकल्प कर दिया जाएगा.
सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय इसके लिए गंभीर है. हालांकि राज्य को तीन-तीन मुख्यमंत्री और पांच- पांच मंत्री देने वाला कोल्हान की धरती में स्थित यह सरकारी अस्पताल आजतक अपनी बदहाली का आंसू बहा रहा है. वैसे मंत्री के आश्वासन के बाद एक बार फिर से ऐसी उम्मीद जगी है कि इस अस्पताल का कायाकल्प होने वाला है