सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना का अभिन्न अंग गालूडीह लेफ्ट केनाल का कार्य 7 वर्षों से बंद पड़ा था. जिसे गुरुवार को पुनः शुरू करने का काम चांडिल कॉम्पलेक्स के मुख्य अभियंता अशोक कुमार दास ने केनाल में पानी छोड़कर किया है.
इस गौरवमयी क्षण के गवाह क्षेत्र के घाटशिला विधायक रामदास सोरेन और बहरागोड़ा विधायक समीर महंती रहे. दोनों जन प्रतिनिधियों ने अपने संबोधन में इसे ऐतिहासिक बताया और गालूडीह से 67 किलोमीटर केनाल में बहरागोड़ा तक पानी छोड़ने से क्षेत्र के हजारों किसानों को लाभ पहुंचने साथ ही इससे इस क्षेत्र से किसानो और मजदूरों के दूसरे राज्यों में काम की तलाश में होने वाले पलायन के रुकने की बात कही. विधायकों ने 1 जुलाई 2022 तक हर हाल में अधूरे केनाल को पूरा करने की हिदायत भी परियोजना के अभियंताओं को दिया. वहीं जानकारी देते हुए मुख्य अभियंता अशोक कुमार दास ने बताया, कि चूंकि केनाल कंपनी के एचसीएल कंपनी के बीच से होकर गुजरना था, इसलिए पिछले सात सालों से योजना लंबित था. अब सारे व्यवधान दुरुस्त कर लिए गए हैं. इसके एवज में कंपनी को 10.36 करोड़ रुपए बतौर मुआवजा भी देना पड़ रहा है, लेकिन यह राशि जमीन अधिग्रहण कर केनाल बनाने से आधी है. उन्होंने बताया, कि केनाल में 4 जगहों पर कार्य बाकी हैं जिसे 1 जुलाई तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है. तब तक पानी 4 जगहों पर लिफ्ट कर बहरागोड़ा पहुंचाया जाता रहेगा. उन्होंने गालूडीह लेफ्ट केनाल की लागत 840 करोड़ रुपए बताया, जिसमें अब तक 250 करोड़ रुपए खर्च होने की बात कही. उन्होंने कहा कि राइट केनाल से जहां ओड़िसा को पानी दिया जा रहा है, वहीं लेफ्ट केनाल से बहरागोड़ा तक केवल झारखंड की साढ़े आठ हजार हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी. आज केनाल में ट्रायल रन के तहत पानी छोड़कर 7 किलोमीटर तक पहुंचा कर शुभारंभ किया गया है. मौके पर तकनीकी सचिव मनोज कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता केनाल शिवराम राम, गोपाल प्रसाद, कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन सुबोध शरण ने किया.
Exploring world