वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए लगातार दो साल से स्कूलों में पठन-पाठन बाधित है. निजी स्कूलों के बच्चे ऑनलाइन क्लास कर रहे हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों के बच्चों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है. इसको लेकर सरायकेला- खरसावां पुलिस की ओर से एक शुरुआत की गई है. जिले के एसपी ने बताया, कि जिले के गरीब छात्रों की पढ़ाई के लिए समाज के वैसे लोगों को सामने आना चाहिए जिनके पास पुराने एंड्रॉयड मोबाइल और लैपटॉप है. जो उनके लिए किसी काम का नहीं रह गया है. जिला पुलिस कप्तान ने आम लोगों से संबंधित थानों या सीधे पुलिस मुख्यालय पहुंचकर गरीब बच्चों के लिए पुराने एंड्राइड मोबाइल और लैपटॉप दान देने की अपील की है. वैसे जिले के एसपी के अपील का जिले के संभ्रांत लोगों पर कितना प्रभाव पड़ता है, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. हालांकि एसपी के इस प्रयास की लोग सराहना कर रहे हैं, और उन बच्चों में उम्मीद की एक किरण जगी है, जो लैपटॉप और एंड्राइड मोबाइल के अभाव में पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.
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