गाजियाबाद जिले के एसएसपी ने अपनी पहली क्राइम मीटिंग में ही अधीनस्थों विशेषकर अधिकारियों एसएचओ को स्पष्ट निर्देश दिए. पुलिस लाइन के सभागार में हुई अपराध समीक्षा बैठक के दौरान पवन कुमार ने कहा कि अगर थाने की कुर्सी पर बैठना है तो कानून व्यवस्था साथ-साथ अपराध औार अपराधियों पर भी अंकुश लगाना पड़ेगा. अगर ऐसा नहीं कर सकते तो कुर्सी का मोह छोड़ दो. एसएसपी ने कहा कि अगर किसी भी अधिकारी / एसएचओ की या शिकायत मिली कि वह कानून व्यवस्था को मजबूत करने और अपराध रोकने के बजाय भ्रष्टाचार में लिप्त है तो उन्हें उस एसएचओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में देरी भी नहीं लगेगी. कप्तान ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि महिलाओं के साथ घटित होने वाली अपराधिक घटनाओं को रोकने के अलावा थाने और चौकियों में आने वाली हर शिकायत का निस्तारण थाना चौकी पर करने की कवायद शुरू करें. लंबित विवेचनाओं के निस्तारण के अलावा अपराधियों की धर-पकड़ का अभियान शुरू करें. एसएसपी ने कहा कि जो एसएचओ अपना कार्य समय से और पारदर्शिता,निष्पक्षता के साथ करते मिलेंगे, वह पुरस्कार के पात्र होंगे और जो अधिकारी भ्रष्ट पाया जायेगा, वह सजा का पात्र होगा. अपराध समीक्षा बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक व उपाधीक्षक स्तर के अधिकारियों के अलावा सभी थानों के एसएचओ व विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारी मौजूद रहे.
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