सोनुआ/ Jayant Pramanik प्रखंड के वन विश्रामालय में झामुमो के द्वितीय अध्यक्ष सह आजसू के संस्थापक शहीद निर्मल महतो को उनके 37वें शहादत दिवस के मौके पर एक मिनट मौन रहकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ- साथ क्षेत्र के युवाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया.
कार्यक्रम में निर्मल महतो के शहादत को याद करते हुए आदिवासी कुड़मी समाज के जिला अध्यक्ष डॉक्टर महतो ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि निर्मल महतो के पदचिन्हों पर चलकर एक बेहतर समाज के निर्माण के साथ- साथ झारखंड के अधूरे सपने को पूरा करना होगा. युवा आंदोलनकारी अमित महतो ने क्षेत्र की जनता को संदेश देते हुए कहा कि आज झारखंड राज्य के सभी युवाओं को निर्मल दा के आदर्शों को जानने और निजी जिंदगी में अमल करने की जरूरत हैं अन्यथा अलग झारखंड राज्य के उद्देश्य को हासिल नहीं किया जा सकता हैं. युवाओं को झारखंडी समाज के विकास के लिए सामाजिक कार्यों के साथ- साथ राजनीति में भी आगे आना होगा तभी राज्य का विकास सम्भव है.
समाजसेवी दिनेश महतो और नागेश्वर महतो ने कुड़मी समाज के 70 सालों से लंबित एसटी सूची में पुन: शामिल करने की दिशा में युवाओं को आगे आकर आंदोलन करने की अपील की. मौके पर हिमांशु महतो, सनत महतो, ऋषिकेश, मित्रभानु, कुलदेव, प्रेमचंद, रामदयाल, दिनेश, शंभू, महेंद्र और किशोर महतो के साथ काफी संख्या में क्षेत्रीय जनता शामिल हुए .