सोनुआ/Jayant Pramanik अस्पताल से बेहतर ईलाज के लिए चाईबासा रेफर की गई बोयकेड़ा गांव की एक गर्भवती महिला नंदी गागराई की बुधवार को एम्बुलेंस नहीं मिलने से चाईबासा नहीं ले जा पाने के कारण मौत हो गई थी, जबकि इस दौरान 108 एम्बुलेंस वाहन सोनुआ अस्पताल परिसर में ही खड़ी थी. सहिया द्वारा 108 हेल्पलाईन से बात करने के बावजूद गर्भवती महिला को इसकी सेवा नहीं मिली.
इस मामले को लेकर शुक्रवार को पूर्व विधायक गुरूचरण नायक बोयकेड़ा गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिले. मौके पर पूर्व विधायक ने घटना पर दुःख जताते हुए मृतका के पति और परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाया. साथ ही पीड़ित परिवार को सहयोग राशि भी दिया. साथ ही आगे भी हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया.
मानवाधिकार कार्यकर्ता बैरम खान ने मानवाधिकार आयोग से की मामले की शिकायत
चक्रधरपुर के मानवाधिकार कार्यकर्ता बैरम खान ने इस मामले में मानवाधिकार आयोग और महिला आयोग से इसकी शिकायत की है. उन्होंने इस मामले में स्वास्थ्य विभाग और 108 एम्बुलेंस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए इस मामले की जांच कर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है.
सोनुआ प्रखण्ड प्रमुख नंदनी सोय ने डीसी को सौंपा शिकायत पत्र
प्रखण्ड प्रमुख नंदनी सोय ने भी इस मामले में जिले के डीसी को शिकायत पत्र सौंपा है. उन्होंने इस मामले की जांच कर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही सोनुआ अस्पताल को एक एम्बुलेंस देने की मांग की है.