सोनुआ (जयंत प्रमाणिक) सोनुआ के निश्चिंतपुर मैदान में कुड़मी समाज सोनुआ प्रखंड स्तरीय टुसु मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य रूप से युवा आंदोलनकारी अमित महतो और सैकड़ो की संख्या में समाज के वरिष्ठ समाजसेवी शामिल हुए.
अमित महतो ने अपनी बातों को रखते हुए कहा टुसु पर्व एक धान आधारित पर्व है, साथ ही टुसू पर्व में मूर्ति पूजन वर्जित करने की बात कहीं. महतो ने टुसू पर्व की व्याख्या करते हुए कहा कि खेते धानी, खलियाने डिनी, आर घारे टुसू मोनी. इसका मतलब धान जब खेत में रहता हैं तो उसे धान कहते हैं. जब धान को खलिहान में लाते हैं तो उसे डिनी (जब खेत से सारा धान खलिहान ले आते हैं तो ठकरान लाते हैं जिसमें धान के कुछ पौधा को नेगाचारी बिधि विधान से डिनी के रूप में खलिहान में स्थापित करते हैं) और जब खलिहान से धान को साफ सफाई करने के बाद घर के अंदर लाया जाता हैं तो उसे टुसू मोनी कहा जाता हैं.
उन्होंने समाज के युवाओं से शिक्षा और नशा मुक्त समाज के लिए आगे आने की बात कहीं. मौक़े पर नीरज महतो, उप प्रमुख अर्चना महतो, अजय महतो, कौशल महतो, विषकिसन महतो आदि युवा शामिल हुए थे.