सोनुआ/ Jayant pramanik आदि संस्कृति एवं विज्ञान संस्थान जोड़ापोखर झिंकपानी के तत्वावधान में हो भाषा को संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की मांग को लेकर 300 किमी की पदयात्रा शुरू की गई है. शनिवार को पदयात्रा चक्रधरपुर से मुख्य सड़क होकर सोनुआ पहुंचा. जहां पर पूर्व विधायक गुरूचरण नायक और सोनुआ की प्रखण्ड प्रमुख नंदनी सोय ने स्वागत किया. पूर्व विधायक ने मौके पर कहा कि हमारी भाषा व संस्कृति हमारी पहचान है. हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की माँग का वे समर्थन करते हैं और इस मांग को वे अपने पार्टी के केंद्रीय नेताओं के समक्ष रखेंगे.
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आदि संस्कृति और विज्ञान संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष दामोदर सिंह हांसदा ने कहा कि पदयात्रा ओत गुरु कोल लाको बोदरा के खूंटपानी प्रखण्ड स्थित पैतृक गाँव से निकला है और कोल्हान प्रमण्डल के तीनों जिले विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए हो भाषा को संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल करने की माँग उठा रहे हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इसको लेकर 21 अगस्त को दिल्ली में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन भी करेंगे.इस मौके पर दामोदर सिंह हांसदा, सिद्धेश्वर सामड, नितिमा बोदरा, मुचिया सामड, महेंद्र जामुदा, सुकन हांसदा, अनंत हेंराम, सुखराम बुडीउली, महेंद्र बुडीउली, नीतिमा जोंकों, गलाई पुरती समेत काफी संख्या में लोग शामिल थे.
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