सोनुआ / Jayant Pramanik, कोल्हान के बाबाधाम के नाम से प्रसिद्ध पश्चिमी सिंहभूम के महादेवशाल धाम में तीसरी सोमवारी को जलार्पण और पूजा-अर्चना के लिये श्रद्धालुओं और कांवरियों की सबसे अधिक भीड़ उमड़ती है. तीसरी सोमवारी को यहां जलार्पण के लिये रविवार को हजारों की संख्या में कांवरिया चक्रधरपुर के संजय नदी से जल उठाकर चक्रधरपुर से सोनुआ, गोईलकेरा होते हुए मुख्य सड़क से महादेवशाल पदयात्रा करते पहुंचे.

विज्ञापन
सुबह से दोपहर के बाद तक पूरी मुख्य सड़क कांवरियों से पटी रही. बोल बम के नारों का उदघोष करते हुए कांवरियों का जत्था 40 किलोमीटर की पदयात्रा कर गोईलकेरा के महादेवशाल पहुंचता है और यहां रात को विश्राम कर भोर के समय मंदिर का पट खुलने पर भगवान भोलेनाथ को जलार्पण और पूजा-अर्चना करते हैं.

विज्ञापन