Rasbihari Mandal कोल्हान की धरती पर राजनीति अब नया रुख अख्तियार करने जा रही है. कोल्हान का पॉलिटिकल प्लाट पूरी प्लानिंग के साथ तैयार कर लिया गया है. शतरंज की बिसात पर मोहरे को आगे करने का बस दिलचस्प खेल देखना बाकी है. इसलिए बाबूलाल खुद सारथी बनकर कोल्हान के सियासी समीकरण को नए सिरे से मथने की कोशिश कर रहे हैं.
सिंहभूम लोकसभा सीट से बात शुरु करते हैं. वास्तविक्ता यह है कि सिंहभूम लोकसभा सीट समेत समूचे कोल्हान क्षेत्र में फिलहाल भाजपा जरुरत से ज्यादा ही कमजोर है. आप इसे यूं समझिए कि सिंहभूम संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाले कुल 6 विधानसभा की सीटों में भाजपा का एक भी विधायक नहीं हैं. सिंहभूम संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा की सीटें हैं सरायकेला, चाईबासा, मझगांव, जगरनाथपुर, मनोहरपुर और चक्रधरपुर. सिंहभूम संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाले इन 6 विधानसभा की सीटों में 5 सीट यानि सरायकेला, चाईबासा, मझगांव, मनोहरपुर और चक्रधरपुर झामुमो के पास है. जबकि मात्र 1 सीट जगरनाथपुर कांग्रेस के पास है. सिंहभूम के इन 6 विधानसभा की सीटों पर विपक्ष भाजपा को हर चुनाव में सांस फूलाने की नौबत पर ले आता है. यू कहे तो 2024 के लोकसभा चुनाव में काफी उलट- पलट देखने को मिल सकता है.