आदित्यपुर: सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा बुधवार को आदित्यपुर दौरे पर रही. इस दौरान उन्होंने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को जाना. उसके बाद आदित्यपुर नगर निगम पहुंच नगर निगम क्षेत्र में सीवरेज ड्रेनेज पाइपलाइन और विद्युतीकरण के लिए खोदे गए गड्ढों को अविलंब दुरुस्त करने, साथ ही रीइंस्टॉलेशन तक नए गड्ढे खोदे जाने पर रोक लगाने का निर्देश दिया. उसके बाद श्रीमती कोड़ा आदित्यपुर दो पहुंची. जहां रेलवे कॉलोनी के आसपास बसे बस्तियों का रास्ता रेलवे द्वारा बंद किए जाने पर उनके द्वारा रोक लगाने के बाद की स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने आदित्यपुर नगर निगम से इन बस्तियों में बुनियादी सुविधाएं बहाल करने की मांग की ताकि यहां के लोगों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित ना होना पड़े.
वैसे इससे पूर्व श्रीमती कोड़ा वास्तु विहार के कुलुपटांगा मौजा के खाता संख्या 81 के प्लॉट संख्या 733 और 743 के सरकारी जमीन पर बसे लोगों से मुलाकात कर उन्हें किसी कीमत पर उजड़ने नहीं देने का भरोसा दिलाया. आपको बता दें, कि पिछले दिनों जिला प्रशासन की ओर से कुलुपटांगा मौजा के खाता संख्या 81 के प्लॉट संख्या 733 और 743 पर अवैध कब्जा कर रह रहे लोगों को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया गया है. जिसके बाद से यहां राजनीति चरम पर है. सत्ता पक्ष एक ओर जहां यहां के लोगों के साथ खड़ी है. वहीं जिला प्रशासन सरकारी स्कूल और सरकारी तालाब पर बसे लोगों को नोटिस जारी कर भू माफियाओं की तलाश में जुटी हुई है. हालांकि अब तक ना तो भू- माफिया बेनकाब हुए हैं, ना ही अतिक्रमणकारियों ने अपना कब्जा ही खाली किया है. अब देखना यह दिलचस्प होगा, कि जिला प्रशासन सरकारी जमीन को मुक्त करा पाने में कामयाब होती है, या यह मामला राजनीतिक दांवपेच में उलझ कर रह जाता है. वैसे अगर सांसद और सत्ताधारी दल यहां के लोगों के साथ खुद को खड़ी बता रही है, तो जिले के अन्य इलाकों में सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर बसे लोगों पर कानूनी डंडा क्यों चले यह एक अहम सवाल है. वहीं सांसद गीता कोड़ा ने जिला प्रशासन और सरकार से ऐसे लोगों को संरक्षण देने की भी मांग की है. उन्होंने साफ तौर पर कहा है, कि जो लोग वर्षों से सरकारी और आदिवासी जमीन पर मकान बनाकर रह रहे हैं, उन्हें खाली कराने के बजाय उनकी बंदोबस्ती के विषय में सोचें, ताकि सरकार को राजस्व की भी प्राप्ति हो. निश्चित तौर पर सांसद महोदया के इन बयानों से सरकारी और आदिवासियों के जमीन पर कब्जा कर आलीशान भवन बनाकर रह रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर हो सकती है. ऐसे में सांसद महोदया का जय- जयकार होना लाजिमी है. इस दौरान सांसद के साथ उनके प्रतिनिधि और कांग्रेसी कार्यकर्ता भी मौजूद रहे और जिंदाबाद के नारे भी लगाते रहे.
Exploring world