सरायकेला: सोमवार को झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन सरायकेला- खरसावां इकाई की बैठक संपन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता प्रदेश संरक्षक मनोज कुमार कुशवाहा ने की. बैठक में मुख्य रूप से 55 से 60 वर्षों के बीच जवानों के पुत्र एवं पुत्रियों को होमगार्ड की बहाली में आरक्षण के लिए तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा द्वारा जारी आदेश का पालन नहीं किए जाने पर चर्चा की गई. बताया गया कि अभी राज्य में जितने भी जिलों में बहाली हुई है, उसमें जवानों के पुत्र एवं पुत्रियों को आरक्षण नहीं दिया गया एवं सरायकेला- खरसावां जिले में होमगार्ड की बहाली में भी बिहार एवं झारखंड के आवासीय प्रमाण पत्र दिए गए हैं, लेकिन उसकी सही जांच नहीं हुई.
देखे प्रमाण 1.
प्रमाण 2.
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चूंकि सरकारी नौकरी के लिए अलग से आवासीय प्रमाण पत्र बनना था, लेकिन उसकी अवहेलना की गई है. इस संबंध में इनके द्वारा जिले के उपायुक्त के नाम एक मांगपत्र सौंपते हुए पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की गई. प्रदेश अध्यक्ष रवि मुखर्जी ने भी कहा, कि सूत्रों से पता चला है, कि सरायकेला- खरसावां जिले में होमगार्ड बहाली में गलत तरह से आवास एवं जाति प्रमाणपत्र बनाकर दूसरे जिलों के लोगों को फॉर्म भरवाया गया है, और उनका नाम भी बहाली प्रक्रिया में शामिल कर लिया गया है. जिससे भ्रष्टाचार की बू आ रही है.
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मनोज कुमार कुशवाहा (प्रदेश संरक्षक)
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