जमशेदपुर में शनिवार को जहां एक तरफ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता शहर की सड़कों पर ऑटो चला कर खुद को ऑटो चालकों का मसीहा बताते दिखे. वहीं दूसरी ओर जमशेदपुर स्कूली वाहन चालक जिले के उपायुक्त से मुलाकात कर राज्य के मुख्यमंत्री के नाम एक मांग पत्र सौंपते दिखे. जिसके माध्यम से स्कूली वैन चालक बीते डेढ़ साल से अपने खस्ताहाल हो चुके ऑटो एवं वैन को दुरुस्त कराने के लिए आर्थिक मदद की गुहार लगाई है. ऑटो एवं वैन चालकों का कहना है, कि बीते डेढ़ साल से उनके कमाई का जरिया ठप पड़ा हुआ है. ना तो अभिभावक किराया दे रहे हैं, ना ही सरकार की ओर से उन्हें कोई मदद मिल रही है. इधर सरकार की ओर से स्कूलों को फिर से खोलने का आदेश जारी कर दिया गया है. ऐसे में अगर वे अपने वैन और ऑटो की मरम्मत नहीं कराते हैं, तो वह बच्चों को लाने ले जाने में असमर्थ हो जाएंगे, जबकि उनकी स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है, कि उनके पास अपनी गाड़ियों को फिर से चलाने के लिए पूंजी नहीं बचे हैं. कुल मिलाकर एक तरफ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ऑटो डिप्लोमेसी के जरिए ऑटो चालकों का भरोसा जीतने में लगे हैं, तो दूसरी तरफ स्कूली वैन और ऑटो चालक अपने लिए सरकार से रियायत की मांग कर रहे हैं.
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