सरायकेला जिले के सिविल सर्जन डॉ हिमांशु भूषण बरवार एक महीने बाद कोरोना से जंग मजबूती से लड़ते हुए आखिरकार कोरोना को हराने में सफल हुए. वे बीते 30 अप्रैल को कोरोना से संक्रमित हुए थे.
जिसके बाद उनकी लगातार स्थिति बिगड़ती गई. कोरोना संक्रमित होने के बाद से ही उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था, लेकिन उसके बाद भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने के बाद 15 दिन पूर्व उन्हें रांची के मेडिका ले जाया गया था. जहां वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. करीब 15 दिनों के बेहद क्रिटिकल सिचुएशन को पार करते हुए आखिरकार उन्होंने कोरोना को मात दी. कोरोना से स्वस्थ होने के बाद उन्हें रांची के मेडिका अस्पताल से आज छुट्टी दी गई तथा वे वापस सरायकेला लौटे. जहां कोरोना के खिलाफ जंग जीतकर लौटने पर स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों तथा कर्मियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. सिविल सर्जन ने भी विक्ट्री का साइन दिखा कर अपनी खुशी का इजहार किया. सिविल सर्जन डॉ हिमांशु भूषण बरवार ने कहा, कि कोरोना से जंग में मजबूत आत्मबल होना बेहद जरूरी है. इसी के बल पर कोरोना को हराया जा सकता है. कोरोना से अपने आप को बचाने हेतु मास्क लगाना, सेनीटाइजर का प्रयोग करना तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बेहद जरूरी है. तभी आप इस जंग से जीत सकते हैं, लेकिन अगर आप कोरोना से संक्रमित हो गए हो, तो दवाइयों के साथ आपके अंदर का आत्मबल कोरोना की जंग में बेहद सहायक हो सकता है. इसलिए सभी लोग इस महामारी के काल में अपने आत्मबल को मजबूत रखें.