चांडिल: सरायकेला जिला परिषद उपाध्यक्ष मधुश्री महतो एवं झारखंड आंदोलनकारी सह जिप उपाध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील कुमार महतो ने बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नीमडीह का औचक निरीक्षण किया.
इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ0 केसी मुंडा ने जिला परिषद उपाध्यक्ष को स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा उपलब्ध सेवा गर्भवती महिलाओं की प्रसूति गृह, कुपोषण गृह, अन्य चिकित्सा सुविधा संबंधी जानकारी दी.
मौके पर 2008 से प्रसूति गृह में दाई के रुप में कार्यरत चंचला मछुआ ने जिप उपाध्यक्ष को बताया कि सात माह से उन्हें मानदेय भुगतान नहीं किया गया और उन्हें सेवा मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है. जिप उपाध्यक्ष ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कहा कि बिना दाई का गर्भवती महिलाओं के प्रसूति में काफी कठिनाई है. इसलिए दाई को बहाल रखने का हर हाल में प्रयास किया जाए. उन्होंने कहा कि दाई को बहाल रखने के लिए वे सिविल सर्जन से भी बात करेंगे. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि दो दाई को अस्पताल प्रबंधन समिति द्वारा नियुक्त किया गया था, जबकि अब सरकार द्वारा अस्पताल प्रबंधन समिति को निष्क्रिय कर दिया गया है. इसलिए दाई का सेवा आउटसोर्सिंग के माध्यम से बहाल रखने के लिए सिविल सर्जन को लिखित आवेदन दिया गया है.
मौके पर दाई चंचला मछुआ व शंकरी देवी ने सेवा बहाल रखने के लिए जिप उपाध्यक्ष को आवेदन दिया. झारखंड आंदोलनकारी सुनील कुमार महतो ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नीमडीह में दो प्रखंड नीमडीह व कुकड़ू के गर्भवती महिलाओं का प्रसूति किया जाता है इसलिए दाई का रहना अति आवश्यक है.