सरायकेला: विश्व पर्यावरण दिवस पर रविवार को नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने फलदार व छायादार पौधे लगाए व वृक्षों में रक्षा सूत्र बांधकर प्रकृति, पर्यावरण और वृक्षों को बचाने का संकल्प लिया. मनोज कुमार चौधरी ने क्षेत्र के लोगों से अधिक से अधिक पौधारोपण करने, कोयला व लकड़ी के स्थान पर गैस का प्रयोग करने, ध्वनि प्रदूषण कम से कम करने की अपील की.
उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों का प्रयोग न करें. प्राकतिक संसाधनों का आवश्यकता से अधिक दोहन न करें. उन्होंने कहा कि इंसान के जीवन में वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, पेंड़ों की कटाई, जल प्रदूषण, मिट्टी प्रदूषण, अम्लीय वर्षा व तकनीकी प्रगति के माध्यम से वातावरण दूषित हो रहा है. नपं उपाध्यक्ष ने कहा कि दिन प्रतिदिन प्रदूषण के कारण जलवायु में निरंतर परिवर्तन हो रहा है और इस जलवायु परिवर्तन के कारण ही पर्यावरण दूषित हो रहा है. उन्होंने कहा कि हमें स्वच्छ पर्यावरण, स्वच्छ ऊर्जा, स्वच्छ जल के अतिरिक्त अधिक हरियाली की दिशा में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए अधिक से अधिक पेड़- पौधे लगाने चाहिए. मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि नदियों में जलवायु बदलाव, और ग्लोबल वार्मिंग का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. इन दुष्परिणामों के प्रति हम आज भी सजग एवं सतर्क नहीं हुए तो आने वाली पीढ़ी हमें कभी माफ नहीं करेगी. उन्होने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के लिए मुख्य रूप से पूंजीवादी विकास के मॉडल जिम्मेदार हैं. येन केन प्रकारेण ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने की अंधी हवस और होड़ में सरकारी संरक्षण में अंधाधुंध प्राकृतिक व खनिज संपदा का निर्दयतापूर्ण दोहन हो रहा है. विकास के नाम पर जंगल और पहाड़ों को काटकर चारों तरफ कंक्रीटो की गगनचुंबी इमारत खड़ी की जा रही है. मानवीय मूल्यों, सामाजिक उत्तरदायित्वों, प्रकृति व संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन की अनदेखी कर विकास की अवधारणा ने आज संपूर्ण भूमंडल एवं जीव जगत के लिए गंभीर खतरा पैदा हो रहे हैं. प्रकृति और ईश्वर का संदेश हमें समझना पड़ेगा और आज के दिन मानव जीवन, पर्यावरण, जीव जंतु, प्रकृति और संस्कृति को बचाने के लिए अपनी पुरानी आदतों और कार्यशैली में आमूलचूल बदलाव लाते हुए संयमित जीवनशैली अपनाने का संकल्प लेना पड़ेगा. तब जाकर सही मायने में पर्यावरण दिवस सफल होगा. उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि इस पावन दिवस पर पेड़ पौधे लगाने का नहीं पेड़ पौधे बचाने का संकल्प लें.