सरायकेला: जिले में होली की पूर्व संध्या पर शराब के शौकीनों ने जमकर शराब की खरीदारी की. आलम ये रहा कि शराब के ठेके रात के 10: 30 बजे के बाद भी खुले मिले. इतना ही नहीं सरकारी शराब के ठेकों में शराब के शौकीनों से प्रिंट रेट से अधिक कीमत वसूले गए और विभाग मौन रही.
बता दें कि होली को लेकर जिले की शराब दुकानों को जिला प्रशासन द्वारा सोमवार को बंद करने की घोषणा की गई है. इसको देखते हुए रविवार देर शाम से ही शराब दुकानों में भीड़ देखने को मिली. सरायकेला के गैरेज चौक स्थित शराब दुकान तो रात 10.30 तक खुली दिखी. यहां से खरीददार खुलेआम पेटी– पेटी शराब को बाईकों में लादकर ले जाते दिखे.
वहीं इस बहती गंगा में शराब दुकानदार भी हाथ धोते दिखे. शराब दुकानदार खुलेआम एमआरपी से ज्यादा दाम वसूल रहे थे. दुकानदार द्वारा क्वार्टर बोतल में 10, हाफ बोतल में 20 और फूल की बोतल में 50 रुपए तक अवैध वसूली की गई. यही हाल आदित्यपुर, चांडिल और राजनगर में भी देखा गया. इस विषय पर पूछने पर गैरेज चौक स्थित शराब दुकान पर कार्यरत बृजेश सिंह ने धमकी भरे लहजे में कहा जहां भी आपको जो करना है कर लीजिए हम किसी से डरने वाले नहीं है हम ऊपर तक माल पहुंचते हैं. गैरेज चौक पर कार्यरत बृजेश सिंह पर पहले भी नकली शराब और प्रिंट रेट से अधिक शराब बेचने का आरोप लग चुका है. लेकिन उनका ऊपर तक पहुंच होने के कारण आज तक उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं जब उत्पाद विभाग के सब इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार यादव से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. बताया जाता है कि अखिलेश यादव के सह पर जिले में खुलेआम शराब के ठेकों से अवैध वसूली का खेल चल रहा है. इतना ही नहीं जो उन्हें नजराना नहीं पहुंचाता है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है और जो नजराना पहुंचाता है उसके लिए विभाग का ग्रीन कार्पेट बिछा रहता है.