सरायकेला: मौसी बाड़ी में मंगलवार को विपद तारिणी पूजा का आयोजन किया गया जिमें महिलाओं की काफी भीड़ रही. विपद तारिणी पूजा में महिलाएं हर तरह की बाधाओं से सुरक्षा की कामना के लिए करती हैं. मंगलवार को विपद हरणी मां तारणी की पूजा किया गया. मान्यता है कि माता विपद हरणी तारणी की पूजा अर्चना करने से सभी प्रकार के विपदा कष्ट अपने आप टल जाते हैं.
सरायकेला शहरी क्षेत्र समेत दूर दराज से आए ग्रामीण क्षेत्र की हजारों की संख्या में महिलाओं ने मौसी बाड़ी यानी गुंडिचा मंदिर में आयोजित तारणी पूजा में पूजा- अर्चना किया. व्रतधारी महिलाएं हाथ में पूजा की थाली लिये पूजा स्थल पर पहुची और भक्ति भाव से माता तारणी की पूजा अर्चना किया.
सरायकेला, महालिमोरुप, सीनी व कोलाबीरा सहित आसपास के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं ने मंगलवार को विपत्तहरणी माता तारणी की पूजा अर्चना कर अपना व घर परिवार के सुख शांति व वैभव की कामना की. सरायकेला शहरी क्षेत्र के कई स्थानों में महिलाओं ने माता तारणी का कलश स्थापित कर पूजा अर्चना किया और बांह में विपत्त हरणी माता के नाम का व्रत धागा बांधा. महिलाएं नहा धोकर कलश स्थल पर विपदहरणी माता तारणी की पूजा अर्चना कर पति व संतान के रक्षार्थ का मन्नत के साथ व्रत का धागा अपने बांहो में बांधा. मौसीबाड़ी में पूजा के लिए पहुंची महिलाओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो इसके लिए महिला पुलिस बल के जवान मंदिर व मेला में तैनात दिखे. तारणी पूजा को लेकर मंगलवार सुबह से ही बाजारों में रौनक रही. सुबह से पूजा सामग्री के दुकानों में काफी भीड़ देखी गयी. रथ यात्रा महोत्सव के मौके पर मौसी बाड़ी के समक्ष आयोजित नौ दिवसीय रथ मेला परवान पर है, और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. मेले में लगाए गए बिजली के झूले एवं बच्चों के लिए लगाए गए मनोरंजन के उपकरण पर बच्चे एवं युवक जमकर आनंद ले रहे हैं. पूजा में महिला श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसके लिए मेला समिति के छोटे लाल साहू ने दीप जलाने के लिए अलग व्यवस्था किया था.
देखें Video